डीएनए हिंदी: शुक्रवार की शाम को भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने 2,000 रुपये के नोट को चलन से वापस ले लेने का फैसला किया. ये खबर जंगल में आग की तरह फैल गई. लोगों के मन में नोटबंदी के खयाल आने लगे. आरबीआई ने कहा, "2,000 के नोट को नवंबर 2016 में मुख्य रूप से उस समय चलन में लाया गया था जब 500 और 1,000 के पूराने नोटों को चलन से बंद करने का फैसला किया गया था. 2,000 के नोटों को पेश करने का उद्देश्य अब पूरा हो चुका है. 100, 500 के नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए. इसलिए, 2018-19 में ही 2,000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई."
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हालांकि इसको लेकर सोशल मीडिया पर फिर से जंग छिड़ गई है. कोई कह रहा है कि अगर बंद ही करना था तो लाए ही क्यों थे. तो किसी का कहना है कि सबसे कम उम्र वाला नोट रहा ये. देखें कैसे सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर मीम्स शेयर किए जा रहे हैं.
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RBI ने बताया कि बैंक में मौजूद अन्य नोटों का स्टॉक जनता की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. भारतीय रिजर्व बैंक की 'स्वच्छ नोट नीति' के अंतर्गत 2,000 के नोटों को संचलन से वापस लेने का फैसला किया गया है. अब इस नोट के न होने से मार्केट और जनता पर क्या असर पड़ेगा ये तो समय ही बताएगा. आपको बता दें कि अगर आपके पास भी 2000 के नोट हैं तो 23 मई से किसी भी बैंक में जाकर नोट बदल सकेंगे.
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