डीएनए हिंदी: तेलंगाना में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा कांग्रेस ने इसका ऐलान कर दिया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे. कांग्रेस हाईकमान ने मंगलवार शाम को उनके नाम पर मुहर लगा दी है. रेवंत रेड्डी 7 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि विधायकों द्वारा पारित प्रस्ताव के आधार पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रेड्डी के नाम का फैसला किया.
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन के बारे में जानकारी बाद में दी जाएगी. तेलंगाना में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की सोमवार को बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया गया था.
बता दें कि तेलंगाना सीएम के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मुलाकात की थी, जहां कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी माणिकराव ठाकरे भी मौजूद थे. इन नेताओं ने तेलंगाना में सरकार गठन की औपचारिकताओं पर चर्चा की. तेलंगाना में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की सोमवार को बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नियुक्त करने के लिए चुना गया.
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माणिकराव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की और तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री नाम पर चर्ची की गई. वहीं शिवकुमार ने कहा था कि हम यहां केवल रिपोर्ट सौंपने आए हैं. इसके अलावा एक पंक्ति का प्रस्ताव है कि (मुख्यमंत्री पर) फैसला पार्टी आलाकमान करेगा.’ शिवकुमार तेलंगाना में नवनिर्वाचित विधायकों से बात करने और सरकार गठन पर उनके विचार लेने के लिए नेतृत्व द्वारा नियुक्त पार्टी पर्यवेक्षकों में से एक थे. वह तेलंगाना में सभी नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात कर रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को दे चुके हैं.
कौन हैं रेवंत रेड्डी?
रेवंत रेड्डी किसान परिवार से तालुल्क रखते हैं. उनका नज्म 1969 में अविभाजित आंध्र प्रदेश के महमूबनगर में हुआ. रेड्डी ने छात्र राजनीति की शुरुआत एबीवीपी से की. बाद में वे चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी में शामिल हो गए. 2009 में रेड्डी आंध्र प्रदेश की कोडांगल सीट से TDP की टिकट पर पहली बार विधायक चुने गए. 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद KCR ने जब तेलंगाना में अपनी सरकार बनाई तो वह केसीआर के खास आदमी थे. उस दौरान उन्हें तेलंगाना विधानसभा में टीडीपी के सदन के नेता के रूप में चुना गया.
हालांकि बाद में 2017 में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया. वे 2018 में विधानसभा चुनाव हार गए थे. कांग्रेस ने उनपर भरोसा जताते हुए 2029 में मलकाजगिरी से लोकसभा का टिकट दिया. इसमें उन्होंने जीत हासिल की. इसके बाद 2021 में रेडी को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष बना दिया. उनकी बदौलत कांग्रेस ने पहली बार तेलंगाना में भारी जीत हासिल की.
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