RG Kar rape-murder: पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के 2 करीबी CBI के लपेटे में, पूछा- घटनास्थल पर क्या कर थे?

Written By मीना प्रजापति | Updated: Sep 22, 2024, 12:39 PM IST

अविक डे (बाएं) और  और बिरुपाक्ष बिस्वास (दाएं)  

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के दो करीबियों को सीबीआई ने पूछताछ के लिए तलब किया है.

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी बिरुपाक्ष बिस्वास और डॉक्टर अविक डे को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पूछताछ के लिए तलब किया है.  बिस्वास एक अन्य जूनियर डॉक्टर अविक डे के साथ 9 अगस्त को आरजी कर के आपातकालीन भवन की तीसरी मंजिल पर स्थित सेमिनार कक्ष में कथित रूप से उस समय मौजूद थे जब जूनियर डॉक्टर का शव वहीं पड़ा हुआ था.  

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि जांच के तहत अविक डे से भी पूछताछ की जाएगी. बिस्वास बर्दवान मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं. पिछले साल उन्हें काकद्वीप सब-डिवीजनल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था, लेकिन बर्दवान अस्पताल ने रिहाई का आदेश जारी नहीं किया था. यह आदेश इस महीने की शुरुआत में जारी किया गया था और कुछ ही दिनों के भीतर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने कदाचार के कई आरोप मिलने के बाद उन्हें अविक डे के साथ  निलंबित कर दिया था.  

बिरुपाक्ष मेडिकल कॉलेज में क्या कर रहे थे?
केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि बिस्वास को आरजी कर की रोगी कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष सुदीप्त रॉय के पीछे देखा गया था.  जब रॉय 9 अगस्त को मीडिया से बातचीत कर रहे थे. जांचकर्ताओं ने कहा कि यह पता लगाना महत्वपूर्ण था कि बिस्वास आरजी कर में क्या कर रहे थे, जबकि उन्हें बर्दवान अस्पताल में होना चाहिए था. बिस्वास ने अब तक यही कहा है कि जिस दिन जूनियर डॉक्टर मृत पाई गई थी, उस दिन वे सेमिनार रूम में अपराध स्थल पर नहीं गए थे. हालांकि वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मौजूद थे.  शनिवार को बिस्वास सुबह करीब 10 बजे साल्ट लेक में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई के कार्यालय में पूछताछकर्ताओं से मिलने पहुंचे. यह पूछे जाने पर कि क्या वे घोष के करीबी थे और क्या वे अपराध स्थल पर मौजूद थे, बिस्वास ने कोई जवाब नहीं दिया.


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डॉक्टर के खिलाफ हैं कई आरोप
बिस्वास ने संवाददाताओं से कहा कि  मुझे (अधिकारियों से) बात करने दीजिए.  उसके बाद आपसे बात करूंगा. स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि बिस्वास के खिलाफ आरोप हैं कि वह एक लॉबी का हिस्सा थे जो सरकारी अस्पतालों में नियुक्तियों में हेराफेरी करते थे और उनके खिलाफ बोलने वाले छात्रों और संकाय सदस्यों को धमकाते थे. आरजी कर के प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों में से एक अनिकेत महतो ने कहा कि हम राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में बिरुपाक्ष बिस्वास और अविक डे जैसे लोगों की वजह से 'धमकी की संस्कृति' को खत्म किया जाए. 

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