डीएनए हिंदी: उत्तरखंड में लगातार हो रही बारिश कहर मचा रही है. नदी-नाले भारी बारिश की वजह से उफान पर चल रहे हैं. इस बीच ऋषिकेश में गंगा नदी पर बना राम झूला पुल का एक सहायक तार टूट गया है. जिसकी वजह से पुल पर आवाजाही बंद कर दी गई है. पुल के अबटमेंट (आधार) से आगे उफनाई गंगा नदी के बहाव के कारण हुए भू-कटाव की वजह से प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देजनर यह कदम उठाया है.
जानकारी के मुताबिक, तीर्थनगरी ऋषिकेश में मशहूर राम झूला पुल के मुनिकीरेती (टिहरी) वाले छोर पर करीब 30 मीटर लंबा पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया. जिसकी वजह से पुल पर खतरा बढ़ गया है. मुनि की रेती पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि सुबह पहले पुल को सभी के आवागमन के लिए बंद किया गया था, लेकिन बाद में लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किए जाने के बाद इसे केवल दोपहिया वाहनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया.
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उन्होंने कहा कि पुल पर दुपहिया वाहनों के गुजरने की अनुमति देना जोखिम भरा हो सकता था, इसलिए सुरक्षा कारणो के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया. उत्तराखंड में विभिन्न जगहों पर हुई मूसलाधार बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर हरिद्वार और ऋषिकेश, दोनों जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गया था. गंगा के बढ़े जलस्तर से नदी के किनारों पर पुल के नीचे उसके आधार के आगे भूकटाव हो रहा है.
लोक निर्माण विभाग के नरेंद्र नगर के अधिशासी अभियंता आशुतोष आर्या ने बताया कि 1985 में बने रामझूला पुल की लंबाई 220 मीटर व चौड़ाई दो मीटर है. यह गंगा नदी पर ब्रिटिश युग में बने लक्ष्मणझूला पुल के समानांतर स्थित है. यह केवल पैदल यात्रियों के लिए बनाया गया है, लेकिन इस पर दोपहिया वाहन भी चलते हैं.
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