साल 2022 में रूस ने यूक्रेन (Russia Attack On Ukraine) पर हमला कर दिया था और उसके बाद से वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ गया है. रूस के हमले के बाद अमेरिका ने कीव के खिलाफ मॉस्को की ओर से संभावित परमाणु हमले की आशंका जताई थी. इससे निपटने के लिए वॉशिंगटन ने अपने स्तर पर तैयारियां भी शुरू कर दी थी. सीएनएन ने दो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के हवाले से यह दावा किया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कुछ और नेताओं ने यह संकट टालने में अहम मदद की थी.
पीएम मोदी के हस्तक्षेप ने डाला था असर
पीएम नरेंद्र मेदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस बारे में बात की थी. रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद भी पीएम मोदी ने पुतिन से बात की थी. रूस और भारत ऐतिहासिक तौर पर अहम साझेदार रहे हैं. सीएनएन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि भारत और रूस अहम सहयोगी हैं और चीन भी एक साझेदार है. हमें लगता है कि भारत के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी की बात ने प्रभाव डाला था.
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'भारत की भूमिका रही थी अहम'
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'मुझे लगता है और यह तथ्य है कि भारत का महत्व है. चीन की भी अहमियत रखता है, दूसरों का महत्व है. उन्होंने (पीएम मोदी) उनकी (रूस) सोच पर कुछ प्रभाव डाला होगा.' अधिकारी ने कहा कि हमारा यह आकलन है. सीएनएन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि रूस की आक्रामकता और संभावित परमाणु हमले को लेकर बाइडेन प्रशासन बेहद चिंतित था.
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