Saamana में शिवसेना का तंज- गुवाहाटी में चल रहा 'योग शिविर', बीजेपी ने सात-आठ लोगों की 'ईडी-पीडी' की बला दूर कर दी

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 25, 2022, 12:46 PM IST

सामना के लेख के जरिए बीजेपी पर बरसी शिवसेना

Saamna Article on Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट के बहाने 'सामना' के लेख के ज़रिए बीजेपी और एकनाथ शिंदे पर जमकर निशाना साधा है.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट से जूझ रही शिवसेना (Shiv Sena) ने अपने मुखपत्र 'सामना' (Saamna) में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर तंज कसा है. गुवाहाटी के होटल में बागी विधायकों के ठहरने को 'योग शिविर' बताते हुए लिखा गया है कि बीजेपी (BJP) ने सात-आठ लोगों की 'ईडी-पीडी' की बला चुटकी बजाकर दूर कर दी है. इसके अलावा, अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme), आतंकवाद और सीमा पार से घुसपैठ समेत तमाम मुद्दे पर बीजेपी को जमकर घेरा गया है. पार्टी से बगावत करने वाले विधायकों को 'चारणदास' बताते हुए कहा गया है कि ऐसा लगता है कि ये विधायक नशे में बोल रहे हैं.

महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट पर सामना में लिखा गया है, 'महाराष्ट्र की ही नहीं, बल्कि समूचे हिंदुस्तान की आंखें जिस ओर लगी थीं वह कार्य पूरा होता दिख रहा है. सूरत के ‘मेरिडियन’ होटल में अधूरा रह गया ‘चिंतन’ कार्य आखिरकार गुवाहाटी शहर में अंजाम तक पहुंचा. ‘रेडिशन ब्लू’ योग शिविर में महाराष्ट्र के करीब ४० विधायकों का गहन चिंतन शिविर चल रहा है. इस शिविर में ऐसा प्रस्ताव मंजूर किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी एक महाशक्ति है. यह महाशक्ति हमारे पीछे पड़ी है लेकिन हमें चिंता नहीं है.' 

यह भी पढ़ें- अब सरकार नहीं शिवसेना बचाने में लगे उद्धव ठाकरे? समझिए क्या है उनके बयान का मतलब

बीजेपी पर जमकर बरसी शिवसेना
शिवसेना के विधायकों की बगावत पर लिखा गया है, 'असम में योग शिविर में जो करीब ४० योगार्थी हैं, वे कौन और कहां से आए हैं यह भी अब पूरे हिंदुस्तान को पता चल गया है. शिवसेना के भगाकर लाए गए करीब ४० विधायक गुवाहाटी में हैं. योग शिविर के प्रमुख ने अपनी भूमिका अधिक स्पष्ट करते हुए खुलासा किया, भाजपा नामक इस महाशक्ति ने पाकिस्तान को सबक सिखाया है. यह महाशक्ति हमारे साथ है.' 

यह भी पढ़ें- दांव पर शिवसेना का चुनाव चिन्ह, आज शिंदे गुट ठोकेगा अपना दावा!

सामना में आगे लिखा है, 'असम से कई दिव्य विचार फिलहाल महाराष्ट्र तक पहुंच रहे हैं. हिंदुत्व से स्वाभिमान तक नए से साक्षात्कार हो रहा है. अच्छा, इस महाशक्ति ने पाकिस्तान को सबक सिखाया मतलब क्या किया? योग शिविर के लोगों को पाकिस्तान के संबंध में जो ज्ञान मिल रहा है, उस पर क्या कहा जाए? पाकिस्तान को पस्त कर दिया अथवा पाकिस्तान को सबक सिखाने का कौन-सा प्रमाण गुवाहाटी के योग शिविर में सामने लाया? कश्मीर में पाकिस्तान की घुसपैठ जारी ही है, साथ ही बड़ी संख्या में हिंदू पंडितों का हत्याकांड भी हो रहा है. हिंदुओं ने पलायन किया और जाते समय भारतीय जनता पार्टी को श्राप दिया.' 

आतंकवाद और कश्मीर के मुद्दे पर बीजेपी को घेरा
कश्मीर के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते हुए सामना में लिखा है, 'खुद को हिंदुत्ववादी कहनेवाली सरकार दिल्ली में होने के दौरान कश्मीर से हिंदुओं को पलायन करना पड़ता है, क्या यही तुम्हारी महाशक्ति है? पाकिस्तान को वास्तव में सबक सिखाया होता तो कश्मीर की भूमि से हिंदू रक्त की धार बहती नहीं दिखी होती. ‘रेडिशन ब्लू’ के योग शिविर के दरवाजे-खिड़कियां बंद हैं. खुली हवा नहीं आती है और शिविरार्थी कोमा जैसी अवस्था में पड़े हैं. इसलिए कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार का आक्रोश उन तक नहीं पहुंच रहा है. योग शिविर के विधायकों को भोजन में अफीम-गांजा मिलाकर दिया जा रहा होगा और उसी मदहोशी और अचेतावस्था में वे बोल व नाच रहे हैं, ऐसा प्रतीत होता है.' 

यह भी पढ़ें- दलबदल कानून क्या है? विधायकों पर किन-किन स्थितियों में लगता है बैन

'बीजेपी ने कुछ लोगों की ईडी की पीड़ा दूर करवा दी'
बागी विधायकों पर तंज कसते हुए लिखा गया है कि योग शिविर में शामिल हुए कम-से-कम सात-आठ लोगों के खिलाफ ‘ईडी-पीडी’ की बला, बीजेपी ने चुटकी बजाकर दूर कर दी. इसलिए सात-आठ शिविरार्थी महाशक्ति के एकदम चरणदास बन गए. कुछ लोगों को ‘ईडी’ की पीड़ा होगी, ऐसा कहकर गुवाहाटी के योग शिविर में जबरदस्ती भर्ती किया, इसलिए वहां निश्चित तौर पर कौन-सा योग चल रहा है, इसका अनुमान हो जाता है. श्री मोदी हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री हैं. योग प्रचार में उनका बड़ा योगदान है. कई बार वे केदारनाथ जाकर ध्यान व चिंतन करते हैं, परंतु गुवाहाटी का ध्यान व चिंतन अलग है. गुवाहाटी के ध्यान शिविर में जो लोग भगाकर, मारकर बैठाए गए हैं उनका संबंध योग से न होकर भोग से है. ऐसे भोगियों का हाथ पकड़कर बीजेपी खुद को महाशक्ति कहलाती है और किराए के लोगों को पकड़कर उनके मुख से खुद की ‘महानता’ की जयकार करवा रही है. 

अग्निपथ योजना के विरोध में हुए प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए सामना में लिखा गया है, 'अग्निवीर भर्ती प्रकरण में कई राज्यों में युवकों ने आंदोलन किए. उसमें महाशक्ति मध्यस्थता नहीं कर पाई. महाराष्ट्र इस दौरान स्थिर और शांत रहा तो मुख्यमंत्री ठाकरे के संयमित नेतृत्व के कारण ही लेकिन महाशक्ति के सहयोग से गुवाहाटी में बाबा ‘योगराज’, ठाकरे सरकार को गिराने के लिए ध्यान साधना कर रहे हैं. उन्होंने द्वेष का अग्निकुंड जलाया है. उसमें महाशक्ति की सामग्री पड़ रही है. महाराष्ट्र को तबाह करने की यह साजिश है.' 

यह भी पढ़ें- Shiv Sena - Shinde विवाद ने उठाए इन 4 नेताओं के सियासी भविष्य पर सवाल

हिमंत बिस्वा सरमा पर भी बरसी शिवसेना
असम की बाढ़ का जिक्र करते हुए सामना में कहा गया है, 'जहां यह योग शिविर चल रहा है, उस असम राज्य में बाढ़ से हाहाकार मचा है, लोग चिंतित हैं लेकिन असम के मुख्यमंत्री अपनी पूरी साधना ‘रेडिशन ब्लू’ के योग शिविर के लिए खर्च कर रहे हैं. ये ऐसे कौन से तपस्वी हैं कि उन्हें फल प्राप्ति हो इसलिए ‘महाशक्ति’ ने पूरी शक्ति दांव पर लगा दी है.'

बीजेपी पर शिवसेना ने आरोप लगाया है कि वह महाराष्ट्र की सरकार गिराना चाहती है. इस बारे में लिखा गया है, 'गुवाहाटी के योग शिविर के कारण देश का पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है. येन केन प्रकारेण सत्ता स्थापित करनी ही है, लोगों को फोड़ना ही है, खरीदना ही है, विधायकों का बाजार सजाना है. इस प्रवृत्ति के खिलाफ देश एकजुट होने लगा है. इसी में से नई लड़ाई की तेजस्वी किरणें बाहर निकलेंगी. दुनिया उगते सूरज को नमस्कार करती है लेकिन गुवाहाटी के योग शिविर में हर तरफ से अंधेरा है.'

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Saamna Uddhav Thackarey maharashtra politics bjp shiv sena