सहारनपुर में मिहिर भोज को लेकर बवाल, राजपूत-गुर्जर समाज आमने सामने, इंटरनेट सेवाएं बंद, धारा 144 लागू

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 29, 2023, 07:21 PM IST

Saharanpur Clash

Saharanpur Clash News: सहारनपुर के फंदपुरी में गुर्जर गौरव यात्रा निकालने को लेकर तनाव के हालात बने हुए हैं. प्रशासन ने भारी पुलिस फोर्स को तैनात कर रखा है.

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गुर्जर और राजपूत समाज के बीच टकराव की स्थित पैदा हो गई है. प्रशासन ने जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं और इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. दरअसल, गुर्जर समाज ने आज यानी 29 मई को सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार गौरव यात्रा निकालने का ऐलान किया था. जिसका राजपूत समाज विरोध कर रहा है. टकराव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने यात्रा की अनुमति को निरस्त कर दिया है.

सहारनपुर के फंदपुरी में गुर्जर गौरव यात्रा निकालने को लेकर तनाव के हालात बने हुए हैं. इलाके में भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात की गई है. जगह-जगह बैरिकेडिंग कर रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि गुर्जर समाज के हजारों लोग एकत्र हो गए हैं और यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे हैं. प्रशासन ने कहा कि इस यात्रा अनुमति रद्द कर दी गई है. ऐसे में अगर जबरन यात्रा निकालने की कोशिश की जाती है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू
प्रशासन ने कहा कि हालात को देखते हुए जिले में मैसेजिंग, सोशल मीडिया की सुविधाओं को तत्काल प्रभाव से बैन कर दिया गया है. साथ ही 29 मई से अगले आदेश तक इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. अगर एक जगह पर 4 से अधिक लोग एकत्र मिले तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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राजपूत समाज क्यों कर रहा विरोध?
राजपूत समाज का कहना है कि हमें सम्राट मिहिर भोज से कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन गुर्जर समाज यात्रा निकालकर इस पर राजनीति करना चाहता है. यह हमें मंजूर नहीं है. हालांकि, दोनों समुदाय में यह टकराव पहली बार नहीं देखने को मिल रहा है. इससे पहले 2021 में गौतमबुद्ध नगर के दादरी में इसका विरोध देखने को मिला था. उस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ जब गुर्जर समुदाय की ओर से स्थापित राजा मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करने आए तो राजपूत समाज ने उनका कड़ा विरोध किया था.

कौन थे सम्राट मिहिर भोज?
मिहिर भोज कन्नौज के सम्राट थे. उन्होंने 836 से 885 ईसवी तक शासन किया था.  सम्राट मिहिर भोज की पत्नी का नाम चंद्रभाट्टारिका देवी है. उनकी वीरता के किस्से दुनियाभर में मशहूर हैं. सम्राट मिहिर भोज की पहचान सीमाओं की रक्षा के लिए आक्रांताओं से युद्ध करने वाले महापराक्रमी राजा के तौर पर होती है. उनका राज वर्तमान में मुल्तान से लेकर बंगाल तक और कश्मीर से लेकर कर्नाटक तक फैला हुआ था. अरब यात्री सुलेमान ने भारत यात्रा वृत्तांत में सम्राट मिहिर भोज को इस्लाम का सबसे बड़ा शत्रु बताया है. गुर्जर समाज राजा मिहिर भोज को अपना पूर्वज मानता है.

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