संदेशखाली हिंसा (Sandeshkhali Violence) का मामला लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान छाया रहा था. पीएम मोदी (PM Modi) यूपी क सीएम योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी के तमाम दिग्गज नेताओं ने इसे जोर-शोर से उठाया था. चुनाव के दौरान भी संदेशखाली में हिंसा की कई वारदात हुई थी. ईवीएम को तालाब में फेंकने का केस भी दर्ज किया गया था. अब चुनाव के दौरान भड़की हिंसा पर बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से रिपोर्ट तलब की है.
संदेशखाली हिंसा पर राज्यपाल ने तत्काल मागी रिपोर्ट
संदेशखाली हिंसा पर राज्यपाल ने ममता बनर्जी को पत्र लिखकर तत्काल जवाब मांगा है. चुनाव खत्म होने के 24 घंटे से भी कम समय में रविवार को क्षेत्र में फिर से हिंसा भड़क गई थी. पुलिसकर्मियों पर हमले के सिलसिले में जब एक शख्स को अरेस्ट करने के लिए टीम पहुंची, तो वहां महिलाओं और पुलिस टीम के बीच झड़प हुई थी. राज्यपाल ने पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जवाब मांगा है.
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गवर्नर ने कहा, 'संदेशखाली की स्थिति चिंताजनक'
राज्यपाल ने संदेशखाली की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए लिखा कि ममता बनर्जी सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. राज्य की मुखिया होने के नाते नागरिकों की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति उनकी जिम्मेदारी है. उन्होंने यह भी कहा कि तत्काल कार्रवाई हो, ताकि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में आ सके.
स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ महिलाओं के समूह ने पुलिस दल पर हमला किया था. उन्होंने पेड़ों की टहनियां गिराकर रास्ता जाम किया और पथराव भी किया गया था. पुलिसकर्मियों पर हिंसा के आरोपी को छुड़ाने के लिए महिलाओं के समूह ने हिंसा की थी.
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