'माफी मांगने का सबूत द‍िखाएं, वरना दर्ज कराऊंगा FIR', सावरकर के पोते की राहुल गांधी को चेतावनी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 28, 2023, 04:00 PM IST

Ranjit Savarkar

उद्धव ठाकरे ने भी राहुल गांधी और कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा था कि उनकी पार्टी विनायक दामोदर सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी.

डीएनए हिंदी: विनायक दामोदर सावरकर (VD Savarkar) पर टिप्पणी करके कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विवादों में घिर गए हैं. बीजेपी और शिवसेना के बाद अब सावरकर के पोते ने भी राहुल गांधी के बयान पर नाराजगी जताई है. रंजीत सावरकर (Ranjit Savarkar) ने कहा कि अगर राहुल गांधी ने सावरकर पर दिए बयान पर माफी नहीं मांगी तो वह उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने बगैर सबूत गलत टिप्पणी की है.

दरअसल, 2019 के मानहानि मामले में गुजरात की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद बीते शुक्रवार को राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता आयोग्य घोषित कर दी गई थी. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, 'भले मेरी सदस्यता छीन लो लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं. मेरा नाम सावकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते हैं.'

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'माफी मांगें राहुल गांधी'
रंजीत ने कहा कि राहुल गांधी को सावरकर के माफी मांगने वाले दस्तावेज दिखाने होगें. अगर वह ऐसा नहीं करते तो उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी होगी. अगर माफी नहीं मांगते तो मैं उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराऊंगा. उन्होंने कहा कि मैंने पहली ही राहुल और सोनिया गांधी के खिलाफ महाराष्ट्र की एक अदालत में आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज करवा रखा है.

सावरकर पर राहुल की टिप्पणी पर क्या बोले पवार
वहीं, राहुल गांधी द्वारा वीडी सावरकर की आलोचना करने के बाद महाराष्ट्र विकास आघाड़ी गठबंधन में आए तनाव को कम करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) प्रमुख शरद पवार सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर शिवसेना की चिंताओं से कांग्रेस नेतृत्व को अवगत कराया है. विपक्षी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सावरकर को लेकर अपना रुख नरम करने पर सहमत हो गई है. पार्टी द्वारा सावरकर की आलोचना की वजह से महाराष्ट्र में उसके गठबंधन साझेदार राकांपा और शिवसेना में बेचैनी पैदा हो गई है. दो नेताओं ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से सोमवार शाम बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक में पवार ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि महाराष्ट्र में श्रद्धेय माने जाने वाले सावरकर को निशाना बनाना महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन की मदद नहीं करेगा. ये दोनों नेता इस बैठक में शामिल हुए थे.

बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं के साथ कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी मौजूद थे. पवार ने राहुल गांधी को यह भी बताया कि सावरकर कभी भी आरएसएस के सदस्य नहीं थे और इस बात को रेखांकित किया कि विपक्षी दलों की असली लड़ाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के साथ है. बीजेपी ने राहुल गांधी पर ब्रिटेन के दौरे के दौरान भारत को ‘बदनाम’ करने का आरोप लगाया था और उनसे माफी की मांग की थी. लोकसभा के पूर्व सदस्य ने कहा कि वह सावरकर नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे.

उद्धव ठाकरे ने भी दी थी चेतावनी
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सावरकर पर हमले के लिए राहुल गांधी की आलोचना की थी और कहा था कि उनकी पार्टी स्वतंत्रता सेनानी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी. शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट विरोध स्वरूप खरगे की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुआ.

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