Netaji statue: नेताजी की प्रतिमा बनाने में मूर्तिकारों को लगे 26 हजार घंटे, आज PM मोदी करेंगे अनावरण

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 08, 2022, 12:15 PM IST

Netaji statue: 280 मीट्रिक टन वजन वाले ग्रेनाइट पत्थर से नेताजी की प्रतिमा को तैयार किया गया है. इस पत्थर को तेलंगाना के खम्मम से लाया गया है.

डीएनए हिंदीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) आज अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा के पुर्ननिर्मित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू (Central Vista Avenue) का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान राजधानी में सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय सार्वजनिक स्थान लगभग 20 महीने के अंतराल के बाद जनता के लिए फिर से खोल दिया जाएगा. पीएम मोदी कार्यक्रम के दौरान तेलंगाना के विशेष काले ग्रेनाइट से बनी नेताजी की 28 फीट की प्रतिमा का इंडिया गेट पर उसी छत्र (छतरी) के नीचे अनावरण किया जाएगा, जिसमें कभी बिटिश किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति हुआ करती थी. पीएम मोदी ने पिछले साल 23 जनवरी को नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया था.

मूर्तिकारों को बनाने में लगे 26 हजार घंटे
मूर्तिकारों की एक टीम को 280 मीट्रिक टन वजन वाले ग्रेनाइट के एक अखंड ब्लॉक को तराशने में 26 हजार से अधिक घंटे का समय लगा. ग्रेनाइट मोनोलिथ को बनाने के लिए तेलंगाना के खम्मम से नई दिल्ली तक विशेष ट्रक में लाया गया. काले रंग के ग्रेनाइट पत्‍थर से निर्मित 28 फुट ऊंची यह मूर्ति इंडिया गेट के समीप एक छतरी के नीचे स्‍थापित की जाएगी. 

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कौन थे जॉर्ज पंचम?
ब्रिटिश भारत में 1910 से 1936 तक जॉर्ज पंचम यहां के शासक थे, इसके अलावा वह यूनाइटेड किंगडम के किंग भी थे. 1910 में जॉर्ज के पिता महाराज एडवर्ड सप्तम की मृत्यु होने पर वे महाराजा बने और पहले ऐसे सम्राट बने जो अपनी भारतीय प्रजा के सामने प्रस्तुत होते थे. बता दें कि प्लेग और अन्य बीमारियों की वजह से जॉर्ज की मृत्यु हो गयी थी. जॉर्ज के आदर और सम्मान के कारण ही उनकी मूर्ति यहां लगाई गई थी.

बेटी ने जताई आपत्ति
महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का अनावरण किए जाने पर उनकी बेटी अनीता बोस फाफ ने आपत्ति जाहिर की है. अनीता बोस ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि नेताजी की प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री मोदी 8 सितंबर को ही क्यों कर रहे हैं. इसका अनावरण राष्ट्रीय पर्व या नेताजी के किसी अहम  दिन को होना चाहिए था. अनीता बोस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रतिमा के अनावरण के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया है. हालांकि, वह प्रधानमंत्री मोदी से मिलना चाहती थीं, मार्ग उन्हें PMO से मिलने का वक़्त नहीं मिल सका है.  

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