लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग आज सुबह 7 बजे से शुरू हो गई है. बिहार में दूसरे चरण में पांच संसदीय क्षेत्र में आज मतदान शुरू हो गया है. राज्य की पांच सीटों पर 93.96 लाख से ज्यादा मतदाता वोट करेंगे. इस चरण में बिहार की 5 सीटों किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका में वोटिंग हो रही है. पांच लोकसभा क्षेत्रों में कुल 50 प्रत्याशियों की किस्मत आज EVM में बंद हो जाएगी. इन सभी 5 सीटों पर एनडीए और जदयू के प्रत्याशी चुनावी मैदान में है.
5 सीटों किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका में 50 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 47 पुरुष और मात्र 3 महिला कैंडिडेट्स हैं. इस फेज में 3 सीटों पर सीधा तो दो पर त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है. बिहार के हॉट सीट पूर्णिया में भी वोटिंग हो रही है. इस सीट पर पप्पू यादव, बीमा भारती और संतोष कुशवाहा के बीच टक्कर है. इसी तरह आइए जानते हैं कि किन सीटों पर बीजेपी और JDU के बीच कड़ा मुकाबला है.
पूर्णिया सीट का सियासी समीकरण
लोकसभा चुनाव पूर्णिया की सीट सुर्खियों में बनी हुई है. इसके पीछे का कारण हैं, पप्पू यादव (Pappu Yadav) . उन्होंने अपनी जन अधिकार पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया. उन्हें उम्मीद थी कि गठबंधन उन्हें पूर्णिया सीट पर उम्मीदवार बनाएगा लेकिन लालू यादव (Lalu Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) से उनकी बात नहीं बनी. गठबंधन की ओर से इस सीट पर राजद की पूर्व विधायक बीमा भारती को उतारा गया. जिसके बाद पप्पू यादव ने निर्दलीय पर्चा भर दिया. इस बार एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर जदयू से मौजूदा सांसद संतोष कुमार कुशवाहा चुनाव मैदान में हैं. इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है. अब देखना दिलचस्प होगा कि पूर्णिया की जनता किसके पक्ष में मतदान करती है.
भागलपुर लोकसभा सीट
इस बार भागलपुर लोकसभा सीट पर कुल 12 प्रत्याशी मैदान में हैं. जेडीयू से अजय कुमार मंडल और कांग्रेस से अजीत शर्मा चुनाव मैदान में हैं. वो लगातार तीन बार से भागलपुर विधानसभा सीट से जीत रहे हैं. इसके अलावा कई और निर्दलीय उम्मीदवार हैं. हालंकि इस सीट पर मुख्य मुकाबला अजय कुमार मंडल और अजीत शर्मा के बीच ही है. 2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट से जेडी(यू) के अजय कुमार मंडल ने जीत हासिल की थी. 1984 के बाद से कांग्रेस को इस लोकसभा सीट पर सफलता नहीं मिली है.
कटिहार में कौन है भारी?
कटिहार लोकसभा सीट से 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. JDU ने सीटिंग MP दुलालचंद्र गोस्वामी पर भरोसा जताया है. वहीं कांग्रेस ने यहां से 5 बार सांसद रहे तारिक अनवर को टिकट दिया है. 2019 में तारिक अनवर हार गए थे. जेडीयू से दुलाल चंद गोस्वामी ने तारिक़ अनवर को हराया था. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस सीट से 5 बार संसद पहुंचने वाले तारिक अनवर वापसी कर पाएंगे.
जानिए किशनगंज का हाल
किशनगंज सीट पर 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें कांग्रेस, जेडीयू, AIMIM, बीएसपी, भारतीय समाज पक्ष दल और 7 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं. कांग्रेस ने मौजूदा MP मोहम्मद जावेद, JDU ने मुजाहिद आलम और AIMIM मे अख्तरुल ईमान को टिकट दिया है. किशनगंज में जहां एक तरफ 68 प्रतिशत आबादी मुसलमानों की है वहीं 32 प्रतिशत के करीब आबादी हिंदूओं की है. ऐसे में इस सीट पर मुस्लिम मतदाता तय करते हैं कि किसे संसद भेजना है.
बांका में किसके बीच है मुकाबला
लोकसभा सीट से कुल 10 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन 2019 की तरह ही इस बार भी NDA और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर है. NDA से जेडीयू के मौजूदा सांसद गिरधारी यादव लगातार दूसरी बार मैदान हैं तो आरजेडी के जयप्रकाश यादव पिछले चुनाव की हार का बदला लेने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. इस सीट पर यादव और राजपूत मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. इस सीट से अधिकांश सांसद यादव और राजपूत जाति से ही हुए हैं. मुस्लिम और कुर्मी-कोइरी के मतदाता भी चुनावी नतीजों में अहम फैक्टर माने जाते हैं.
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