डीएनए हिंदी: कानपुर में हुई हिंसा से सबक लेते हुए बरेली प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है. दरअसल बरेली में कट्टरपंथी मुस्लिम धर्मगुरु तौकीर रजा ने 10 जून को विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियाती तौर पर यह फैसला किया है.
प्रशासन के अनुसार, सार्वजनिक स्थान पर पांच से अधिक व्यक्तियों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी. इस दौरान धरना-प्रदर्शन पर भी रोक रहेगी. शुक्रवार को कानपुर में भड़की हिंसा जैसी कोई अप्रिय घटना न हो इसको देखते हुए बरेली प्रशासन ने जिले में 3 जुलाई तक के लिए धारा 144 लगा दी है.
पढ़ें- Hyderabad Teenage Gang rape: 5 में से 3 आरोपी गिरफ्तार, TRS नेता का बेटा भी शामिल
कानपुर में 500 के खिलाफ FIR
कानपुर में हिंसा (Kanpur Violence) और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं. हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे. हिंसा से प्रभावित इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और फिलहाल शांति का माहौल है. कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने बताया कि हिंसक घटनाओं के सिलसिले में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पढ़ें- Petrol Diesel Prices: कांग्रेस शासित राज्य ईंधन की कीमतों में कमी क्यों नहीं कर रहे?- स्मृति ईरानी
मीना ने कहा, "हमने सीसीटीवी फुटेज और घटनाओं की अन्य वीडियो रिकॉर्डिंग की मदद से हिंसा में शामिल कुल 36 लोगों की पहचान की है. अब तक कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 18 को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था."
पढ़ें- Delhi: ग्रैटर कैलाश बार विवाद मामले में एक्शन, पुलिस कमिश्नर ने DCP द्वारका को हटाया
गिरफ्तार किए गए लोगों में मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन का प्रमुख हयात जफर हाशमी भी शामिल हैं, जिसे इस घटना के मास्टरमाइंड में से एक बताया जा रहा है. मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैन्स एसोसिएशन हाशमी द्वारा गठित एक स्थानीय सामाजिक समूह है. हाशमी को तीन अन्य लोगों के साथ लखनऊ के हजरतगंज इलाके से गिरफ्तार किया गया. पुलिस आयुक्त ने कहा, "गिरफ्तार आरोपियों को आज अदालत में पेश किया जाएगा और हम उनसे घटना की साजिश के बारे में पूछताछ के लिए 14 दिन की पुलिस हिरासत की मांग करेंगे."
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.