दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. एक प्राइवेट अस्पताल में दिखाने गए 7 साल के बच्चे की बाईं आखं में समस्या थी, लेकिन डॉक्टर ने उसकी दाईं आंख का ऑपरेशन कर दिया. इस मामले से हड़कंप मचा हुआ है. परिजन अस्पताल और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. वहीं जिला अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस संबंध में अभी औपचारिक शिकायत नहीं मिली है.
घटना ऑपरेशन 12 नवंबर को शहर के गामा 1 सेक्टर में स्थित अस्पताल में हुआ था. परिवार ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि पुलिस या जिला स्वास्थ्य विभाग को इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली. नितिन भाटी ने कहा कि उनके बेटे की बाईं आंख में पानी आने की समस्या हो रही थी. वो मंगलवार को उसे आनंदा स्पेक्ट्रम अस्पताल ले गए.
घर जाकर हुआ खुलासा
अस्पातल में डॉक्टरों ने सर्जरी का सुझाव दिया और उपचार के लिए 45,000 रुपये मांगे. उन्होंने कहा कि इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें प्लास्टिक की एक चीज की तस्वीर भी दिखाई, जो कथित तौर पर लड़के की आंख से निकाली गई थी. भाटी ने आरोप लगाया कि जब वे घर लौटे तो पत्नी ने देखा कि बच्चे की बाईं आंख के बजाय दाईं आंख का ऑपरेशन किया गया.
बीटा 2 थाने के अधिकारी ने जांच की तो डॉक्टर ने कहा, 'मुझसे बस दाएं-बाएं में गलती हो गई. बस यही मेरी गलती है. मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं. डॉक्टर ने बच्चे के माता-पिता को आश्वासन देते हुए कहा, 'मैं पूरी गारंटी लेता हूं कि बच्चा सिर्फ पांच दिन में ठीक हो जाएगा.' लेकिन परिजनों का कहना है कि यह कोई छोटी गलती नहीं है.
बीटा 2 थाने के एक अधिकारी ने कहा कि डॉक्टर और परिजनों के बीच मध्यस्थता का प्रयास बेनतीजा रहा. उन्होंने कहा कि पीड़ितों की तरफ से कोई लिखी शिकायत नहीं मिली है. अगर शिकायत मिलेगी तो हम कार्रवाई करेंगे.
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