डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक्टिव मोड़ में नजर आ रही है. दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर हमलावर हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा है कि कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दे रखी है, जब कमलनाथ की सरकार थी तब भी पावर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय के पास ही थी.
दरअसल, मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिस पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय को दे रखी है, जो अब भी वैलिड है. इसके बाद दोनों के बीच मंच पर संवाद भी हुआ था, उसी के बाद मुख्यमंत्री ने बुधवार को तंज कसा है.
कमलनाथ के बयान पर शिवराज ने कसा तंज
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दे रखी है. कांग्रेस में गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी भी दी गई हैं. शिवराज ने कहा कि कमलनाथ ने खुद खुलासा किया है कि गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह को दे रखी है जो अभी तक वैलिड है. कमलनाथ ऐसा काम ही क्यों करते हो कि गाली खानी पडे़. अगर गाली खानी पड़े तो खुद ना खाएं दूसरे को पावर ऑफ अटॉर्नी दे दें. ऐसे ही सरकार चलाने की पावर ऑफ अटॉर्नी भी दिग्विजय सिंह को ही दे रखी थी. पहले भी बंटाधार हुआ और आज भी बंटाधार ही हो रहा है.
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उन्होंने आगे कहा कि जब दिग्विजय जी ने सरकार चलाई तो उस समय जो मध्य प्रदेश की दुर्गति हुई, वह जनता को पता है. लेकिन, अद्भुत है कांग्रेस और धन्य हैं इसके नेता, जो गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी भी देते हैं.
MP में 17 नवंबर को होगा मतदान
बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोट डालें जाएंगे. 3 दिंसबर को नतीजे घोषित होंगे. राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 5.6 करोड़ है. इनमें 2.88 करोड़ पुरुष और 2.72 करोड़ महिला वोटर्स हैं.
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