Shivsena की विरासत के लिए भिड़े ठाकरे और शिंदे गुट, हाईकोर्ट पर टिकी उम्मीद

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 22, 2022, 01:43 PM IST

Shivsena की दशहरा रैली को लेकर एक बार फिर बड़ा विवाद हो गया है जिसके चलते अब यह मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है.

डीएनए हिंदी: शिवसेना (Shivsena) प्रत्येक दशहरा पर मुंबई के शिवाजी पार्क (Shivaji Park Rally) में एक विशाल रैली का आयोजन करती है. इस बार पार्टी दो गुटों में बंट चुकी है. ऐसे में इस रैली की इजाजत का मुद्दा अब नए टकराव की वजह बन गया है. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के गुट ने पहले रैली की इजाजत मांगी. इसके बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के गुट ने भी इजाजत मांगी. इस पर बीएमसी (BMC) ने किसी को भी रैली की इजाजत नहीं दी है और इस मामले में अब ठाकरे गुट बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) पहुंच गया है.

दरअसल, मुंबई में इस बार दशहरा रैली करने की इजाजत को लेकर शिवसेना के ही गुटों में भयंकर विवाद हो गया है. इसके बाद अब रैली कौन करेगा, इसका फैसला अब बॉम्बे हाई कोर्ट करेगा. शिवसेना के ठाकरे गुट ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की इजाजत मांगी है जिसके बाद विवाद बढ़ गया. 

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हाईकोर्ट करेगा  फैसला

ठाकरे गुट के एक्टिव होने पर शिंदे गुट भी हाई कोर्ट पहुंच गया है. शिंदे गुट ने हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए मांग की है कि ठाकरे गुट को शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की इजाजत न दी जाए. शिंदे गुट ने दलील दी है कि इससे मूल शिवसेना कौन है, इस पर असर पड़ सकता है गौरतलब है कि शिंदे गुट अब शिवसेना पर और पार्टी की प्रत्येक विरासत पर अपना दावा ठोक कर उद्धव ठाकरे गुट की मुसीबत बढ़ा रहा है.

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फिर किया शिवसेना पर दावा

वहीं शिंदे गुट के विधायक सदा सर्वनकर का कहना है कि यदि इस मसले पर हाई कोर्ट कोई आदेश देता है तो शिवसेना पर हकदारी को लेकर चल रहे विवाद में बाधाएं उत्‍पन्‍न हो सकती हैं. हाई कोर्ट ने शिंदे गुट की याचिका को स्‍वीकार करते हुए मामले की सुनवाई शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक के लिए टाल दी है जिससे यह मामला अधर में अटक गया है.

BMC ने किसी को नहीं दी है मंजूरी

आपको बता दें कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने शिवसेना के ठाकरे गुट और शिंदे गुट को शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के आयोजन की अनुमति नहीं दी है. इसके चलते ठाकरे गुट इसके खिलाफ हाई कोर्ट पहुंच गया. इसके बाद शिंदे गुट ने भी उच्‍च न्‍यायालय में याचिका दायर कर दी. 

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इस मामले में बीएमसी के अधिकारियों ने बताया है कि मुंबई पुलिस द्वारा उठाए गए कानून-व्यवस्था से संबंधित मुद्दों के आधार पर शिवाजी पार्क में रैली आयोजन की अनुमति देने से इनकार किया गया है. बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने बताया कि बीएमसी प्रशासन ने शिवसेना के दोनों गुटों को 5 अक्टूबर को दशहरा के अवसर पर शिवाजी पार्क में रैली के आयोजन की अनुमति देने से इनकार कर दिया है जिसके बाद अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है.

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