डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में भूचाल लाने वाले बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) पर अब शिवसेना (Shiv Sena) ने भी कार्रवाई का मन बना लिया है. सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि शिवसेना एकनाथ शिंदे को विधानसभा में पार्टी के नेता के पद से हटाने का फैसला ले लिया है. अब उनकी जगह पर अजय चौधरी को पार्टी का नया नेता बनाया जा सकता है. शिवसेना के 22 विधायकों ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी (MVA) से बगावत कर दी है इसलिए महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार खतरे में पड़ गई है.
शिवसेना से बगावत के मुद्दे पर एकनाथ शिंदे ने कहा है, 'हम बाला साहब ठाकरे के कट्टर सैनिक हैं. बाला साहब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है. हम सत्ता के लिए बाला साहब के विचारों और आनंद दिघे साहब की शिक्षा से कभी भी समझौता नहीं करेंगे.'
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बीजेपी बोली- एकनाथ शिंदे ने हमें नहीं दिया कोई प्रस्ताव
वहीं, इस मुद्दे पर बीजेपी अभी वेट ऐंड वॉच की स्थिति में है. एकनाथ शिंदे और शिवसेना के विधायकों के मामले पर महाराष्ट्र बीजेपी के चीफ चंद्रकांत पाटिल ने कहा, 'अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा. हम अभी देख रहे हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. न तो एकनाथ शिंदे ने बीजेपी को कोई प्रस्ताव दिया है सरकार बनाने का और न ही बीजेपी ने उन्हें ऐसा कोई प्रस्ताव दिया है.'
महाराष्ट्र में एमएलसी चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना के 22 विधायक पार्टी के संपर्क में नहीं हैं. कहा जा रहा है कि इनमें से 11 विधायकों ने पार्टी के खिलाफ वोट दिया था. नतीजे आने के बाद से ही शिवसेना के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे से शिवसेना का संपर्क नहीं हो पा रहा है. सभी विधायक गुजरात के सूरत में एक होटल में ठहरे हुए हैं.
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क्या गिर जाएगी महाराष्ट्र सरकार?
महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 का है. हालांकि, महाविकास अघाड़ी सरकार के पास 169 विधायकों का समर्थन है. इसमें, शिवसेना के 56, NCP के 53, कांग्रेस के 44, बहुजन विकास अघाड़ी के 3, सपा के 2 और अन्य 11 विधायक शामिल हैं. वहीं, विपक्षी पार्टी बीजेपी और उसके सहयोगियों के पास 113 विधायक हैं. अगर एकनाथ शिंदे 22 विधायकों के साथ बीजेपी के खेमे में जाते हैं तो उसके पास 135 विधायक हो जाएंगे. बीजेपी को इसके बाद भी कुछ और विधायकों को समर्थन लेने की जरूरत पड़ेगी.
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