डीएनए हिंदीः श्रद्धा वलकर (Shraddha Murder Case) हत्याकांड मामले में लगातार नए खुसाले सामने आ रहे हैं. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसकी 20 गर्लफ्रेंड रही हैं. इनसे कांटेक्ट करने की लिए वो अलग-अलग सिमकार्ड का इस्तेमाल करता था. ये सभी गर्लफ्रेंड न सिर्फ महाराष्ट्र में बल्कि दिल्ली की भी हैं. यह भी खुलासा हुआ है कि आफताब ने ये तमाम सिमकार्ड्स अलग-अलग आईडी पर लिए हुए थे. पुलिस इन आईडी की भी जांच कर रही है. आफताब ज्यादातर वक़्त डेटिंग ऐप पर गुजरता था इसीलिए इन 20 गर्लफ्रेंड में से ज्यादातर डेटिंग ऐप के जरिए ही उसके संपर्क में आई थीं.
पुलिस से बचने की ली थी ट्रेनिंग
सूत्रों के मुताबिक आफताब जानता था कि किसी ना किसी दिन उसके राज से पर्दा उठ सकता है. ऐसे में पुलिस और कोर्ट का उसे सामना करना पड़ेगा. आफताब ने पुलिस को परास्त करने की पूरी प्लानिंग की थी. फॉरेंसिक जांच को कैसे भटकाना है इसके लिए वह लगातार जानकारियां जुटाता रहा. पुलिस ने जिस आफ़ताब को एक सनकी आशिक समझा था वो इतना शातिर निकलेगा इसका पुलिस को भी अंदाजा नहीं था. हिंदी जानते हुए भी वो पुलिस के सामने अंग्रेज़ी बात करता रहा. पुलिस के साथ-साथ आफताब भी जानता था कि पुलिस के सामने दिए उसके ब्यान की कोई वैल्यू नहीं होगी. रिमांड के दौरान पूछताछ करने वाले पुलिस अफसरों के मुताबिक आफताब बेहद शांत होकर हर सवाल के जवाब दे रहा है.
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चिकन और मटन पीस काटने की ली थी ट्रेनिंग
आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने कुछ दिनों के लिए शेफ की नौकरी भी की थी. उससे पहले करीब दो हफ्ते की टेनिंग भी ली थी. इस दौरान चिकन और मटन के पीस करने की भी ट्रेनिंग मिली थी. आफताब ने पूछताछ में बताया कि 19 मई को उसने लाश के कुछ टुकडे़ किए थे. इसके बाद उन्हें पॉलीथिन में डाला, फिर उन टुकडों को पॉलीथिन समेत फ्रीजर में रख दिया था. बाकी लाश फ्रिज के निचले हिस्से में थे. जब पुलिस ने उससे पूछा कि उसने कितने दिनों तक बॉडी के टुकड़े किए तो उसने बताया कि दो दिनों तक उसने बॉडी के टुकड़े किए. 19 और 20 की रात पहली बार लाश के कुछ टुकडे फ्रीजर से निकाल कर बैग में रखे थे. पहली रात बैग में कम टुकडे़ रखे थे क्योंकि लाश के टुकड़ों के साथ देर रात बाहर निकलने में घबरा रहा था कि कहीं रास्ते में पुलिस तलाशी ना ले ले.
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