डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे व शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे. उन्होंने संसद में करीब 30 सेकेंड तक हनुमान चलीसा का पाठ किया. इस बीच उन्होंने यह भी कहा था कि एक समय महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढ़ने पर रोक लगा दी गई थी. आइए जानते हैं कि श्रीकांत शिंदे संसद में अचानक से हनुमान चालीसा क्यों पढ़ने लगे.
संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान श्रीकांत शिंदे अपनी बात रख रहे थे. इस बीच महिला सांसद ने उनसे पूछ लिया कि क्या उन्हें हनुमान चालीसा आता भी है? इसी बात पर श्रीकांत शिंदे हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे. वह लगातार हनुमान चालीसा का पाठ करते जा रहे थे. इस बीच उन्हें रोका गया तो वह शांत हुए.
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श्रीकांत शिंदे ने विपक्ष पर बोला हमला
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने संसद में विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने 2018 में ही अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बयान दिया था. अब विपक्ष वही कर रहा है. उन्होंने कहा कि जब 2018 में विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था, तब 2019 में एनडीए के और सांसद सदस्य चुनकर आए. श्रीकांत शिंदे ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष कर कहा कि 2014 में विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था तो 2019 में सांसदों की संख्या बढ़ी थी, इस बार भी विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है तो 2024 के लोकसभा चुनाव में NDA के और सदस्य जीतकर आएंगे.
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पीएम मोदी की जमकर की तारीफ
अपने संबोधन के दौरान श्रीकांत शिंदे ने पीएम मोदी की कार्यशैली की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि जनविश्वास मोदी के साथ है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तंज कसते हुए श्रीकांत शिंदे ने कहा कि इनका कोई नेता नहीं है और न ही इनकी कोई नियत है. श्रीकांत शिंदे ने विपक्ष के गठबंधन पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर कहा कि इस टीम के पास कोई कैप्टन नहीं है और इन्हें वर्ड कप जीतना है. यह विनाश का गठबंधन है.
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