सीवान लोकसभा सीट हमेशा सुर्खियों में रही है. सीवान देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जन्मस्थली भी है. सीवान संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की 6 सीटें शामिल हैं. ये सीटें हैं - सीवान, जीरादेई, दरौली, रघुनाथपुर, दरौंदा और बरहड़िया. यहां 25 मई को मतदान होना है. एक समय सीवान जनसंघ का गढ़ हुआ करता था, लेकिन मोहम्मद शहाबुद्दीन के आने के बाद यहां की सियासी तस्वीर बदल गई. बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन 1996 से लगातार 2009 के बीच 4 बार सांसद बने. इसके बाद तेजाब कांड में शहाबुद्दीन को उम्रकैद की सजा होने के बाद यहां की सियासी तस्वीर में बड़ा चेंज एकबार फिर आया. इस वक्त ओमप्रकाश यादव का राजनीतिक करियर शुरू हुआ. 2009 में पहली बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में ओमप्रकाश यादव चुनाव जीत गए. फिर 2014 में ओमप्रकाश यादव बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और दोबारा जीते.
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2024 के आम चुनाव में सीवान लोकसभा सीट पर 25 मई को वोटिंग होनी है. इस चुनाव में सीवान की हवा पूरी तरह से बदली हुई है. जेडीयू ने राजपूत समुदाय से आनेवाली अपनी मौजूदा सांसद और बाहुबली नेता अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह का टिकट काटकर स्थानीय कुशवाह नेता और पूर्व विधायक रमेश कुशवाह की पत्नी विजयलक्ष्मी को मैदान में उतारा है. दूसरी तरफ राजद ने शहाबुद्दीन की बेगम हिना का टिकट काटकर इस बार पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है. इस बार हिना सीवान से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरी हैं. हालांकि हिना सीवान से 3 आम चुनाव हार चुकी हैं.
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2019 के आम चुनाव में सीवान सीट से जदयू की कविता सिंह की जीत हुई थी. उन्हें कुल 448473 वोट मिले थे. इस चुनाव में कविता सिंह की निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद की हिना शहाब थीं. उन्हें कुल 331515 वोट मिले थे. इस तरह कविता सिंह यह चुनाव 116958 वोटों के अंतर से जीत गई थीं. 2019 के चुनाव में सीवान संसदीय क्षेत्र में कुल 1799551 मतदाता था. इसमें महिला मतदाताओं की कुल संख्या 855554 थी, जबकि पुरुष वोटरों की कुल संख्या 943944 थी.
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