गाजियाबाद में घर से निकले मलबे लिए देने होंगे 1025 रुपये, खुले में फेंकने पर लगेगा जुर्माना 

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Feb 11, 2023, 08:12 AM IST

C And D Waste

Ghaziabad Municipal Corporation: गाजियाबाद नगर निगम ने कहा है कि ठोस मलबे के निपटारे के लिए अब से लोगों को ही पैसे चुकाने होंगे.

डीएनए हिंदी: नए घर का निर्माण हो या पुराने घरों में मरम्मत काम, इस तरह से निकलने वाला ठोस कचरा यानी मलबा काफी बड़ी समस्या है. कई बार लोग इसे खुले में फेंक आते हैं या फिर कहीं खाली जगह पर ही डाल देते हैं. प्रदूषण फैलाने में यह ठोस मलबा काफी बड़ा कारक है. इस समस्या का समाधान करने के लिए गाजियाबाद नगर निगम ने खास योजना बनाई है. नगर निगम ने कहा है कि जिसके भी घर से मलबा निकलेगा, उसे 1,025 रुपये चुकाने होंगे. ये पैसे इस ठोस कचरे के निस्तारण पर खर्च किए जाएंगे. ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

गाजियाबाद नगर निगम ने मलबा उठाने और उसके निस्तारण के लिए 1,025 रुपये का शुल्क तय कर दिया है. साथ ही, यह भी कहा गया है कि अगर कोई भी शख्स खुले में मलबा डंप करते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ जुर्माना भी लगेगा और कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी. सख्त हिदायत देने के साथ ही निगम ने प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाने भी शुरू कर दिए हैं.

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सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है गाजियाबाद
आपको बता दें कि एयर क्वालिटी के मामले में गाजियाबाद जिले का नाम बदनाम है. सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में भी गाजियाबाद टॉप-10 में शामिल है. कई बार तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक कैटगरी में पहुंच जाता है. नगर निगम का मानना है कि मलबे का सही से निस्तारण न होना इसका एक बहुत बड़ा कारण है.

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नगर निगम के चीफ इंजीनियर एन के चौधरी का कहना है कि निर्माण कार्यों से निकलने वाला मलबा एक बड़ी चुनौती है. इससे प्रदूषण तो होता ही है कि शहर की सुंदरता भी प्रभावित होती है. साथ ही, इससे लोगों की सेहत पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है. ऐसे कूड़े और मलबे के निपटारे के लिए नंदग्राम में सीएंडडी वेस्ट प्लांट लगाया गया है. यहां मलबे को सही तरीके से निस्तारित किया जाता है.

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