डीएनए हिंदी: मशहूर खोजकर्ता, इंजीनियर और सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगुचक (Sonam Wangchuk) भूख हड़ताल पर हैं. लद्दाख की जलवायु की रक्षा की मागं कर रहे '3 इडियट्स' फिल्म के असली 'फुंसुक वांगड़ू' उर्फ रैंचो उर्फ सोनम वांगचुक पिछले चार दिनों से माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में खुले आसमान के नीचे प्रदर्शन कर रहे हैं. सोनम वांगचुक ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनको हाउस अरेस्ट कर लिया है. पुलिस ने उनके इन आरोपों को खारिज कर दिया है. पुलिस का कहना है कि उसने सिर्फ़ खारदुंग ला दर्रे के पास भूख हड़ताल करने की अनुमति नहीं दी है.
पुलिस ने कहा है कि सोनम वांगचुक को केवल खारदुंग ला दर्रे पर पांच दिन की भूख हड़ताल करने से रोका गया. वांगचुक ने लद्दाख के लोगों की मांगों पर बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए 26 जनवरी से 18,380 फुट ऊंची चोटी पर पांच दिवसीय भूख हड़ताल की घोषणा की थी. सोनम वांगचुक की मांगों में संविधान की छठी अनुसूची का विस्तार और अनियंत्रित औद्योगिक-वाणिज्यिक विस्तार से पर्यावरण का संरक्षण भी शामिल है.
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सोनम वांगचुक के साथ आए लेह-कारगिल के लोग
आपको बता दें कि बीजेपी को छोड़कर लेह और करगिल दोनों जिलों में लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दल, सामाजिक और धार्मिक समूह और छात्र संगठन मांगों के समर्थन में आ गए हैं. लेह की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी.डी. नित्या ने कहा, 'उन्हें (वांगचुक) खारदुंग ला दर्रे पर पांच दिन की भूख हड़ताल करने की अनुमति प्रशासन द्वारा नहीं दी गई क्योंकि वहां तापमान शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है.'
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अधिकारी ने कहा कि जब उन्होंने खारदुंग ला दर्रे की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने रोका और उनसे लौटने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने प्रतिरोध जताया, जिसके चलते कानूनी कार्रवाई के तहत उन्हें उनके संस्थान में वापस लाया गया. वहीं, वांगचुक ने दावा किया कि उन्हें संस्थान में नजरबंद कर दिया गया है. सोनम वांगचुक ने तस्वीरें पोस्ट की हैं जिसमें वह खुले आसमान के नीचे बिस्तर लगाए पड़े हैं और उनके बगल में ही पुलिस के लोग भी कैंप लगाकर बैठे हैं.
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