Parliament Session: सुधा मूर्ति ने अपनी पहली ही स्पीच में जीत लिया सबका दिल, PM मोदी भी हो गए मुरीद

Written By सुमित तिवारी | Updated: Jul 03, 2024, 09:32 PM IST

Parliament session 2024: राज्यसभा में मनोनीत सदस्य सुधा मूर्ति ने अपने पहले ही भाषण में ऐसे दो मुद्दे उठा दिए हैं. जिससे उनकी चारों तरफ वाहवाही हो रही है. इन मुद्दों में पहला मुद्दा महिलाओं से और दूसरा देश की विरासत से संबंधित है.

Parliament session 2024: इन्फोसिस फाउंडेशन की पूर्व चेयरपर्सन और लेखिका सुधा मूर्ति ने राज्यसभा में अपने पहले ही भाषण से सबका दिल जीत लिया. सुधा मूर्ति ने राज्यसभा में दो बड़े और परोपकारी मुद्दे उठाए. उच्च सदन में सुधा मूर्ति का ये पहला भाषण था. उन्होंने अपने भाषण में महिलाओं को स्वास्थ संबधी सेवा उपलब्ध कराने हेतु और टूरिज्म के क्षेत्र में भारतीय इतिहास का प्रचार प्रसार करने की मांग की.

महिलाओं के हित में एक कदम
धन्यवाद प्रस्ताव पर उच्च सदन में हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए मनोनीत सदस्य सुधा मूर्ति ने कहा कि "कोविड काल में जिस तरह टीकाकरण अभियान चलाया गया था, उसी तरह महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाना चाहिए" साथ ही कहा " महिलाओं में इस बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इससे बचाव के लिए किशोरावस्था में इसके टीके लगाने की व्यवस्था की जानी चाहिए"

PM Modi ने सुधा मूर्ति का किया धन्यवाद
सुधा मूर्ति ने उच्च सदन में कहा कि हमारी सामाजिक व्यवस्था ऐसी है जिसमें महिलाएं अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पातीं. जब वे अस्पताल पहुंचती हैं तो उनमें सर्वाइकल कैंसर तीसरे या चौथे स्टेज पर होता है.  ऐसी स्थिति में उन्हें बचा पाना डॉक्टरों के लिए मुश्किल होता है. PM Modi ने महिलाओं से जुड़े मुद्दा उठाने के लिए मनोनीत सदस्य सुधा मूर्ति को धन्यवाद भी दिया है.
 
व्यापक टीकाकरण अभियान जरूरी
सुधा मूर्ति ने कहा कि "कोविड काल में जब व्यापक टीकाकरण अभियान चलाया गया तो महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए अभियान क्यों नहीं चलाया जा सकता? अगर सरकार हस्तक्षेप करे तो यह महंगा भी नहीं होगा. इससे बड़ी आबादी को लाभ होगा"

 


यह भी पढ़ें- Hathras Stampede: लाशों का ढेर देख सिपाही को आया Heart Attack, मौके पर हुई मौत 


भारत की विरासत का प्रचार
उन्होंने अपने भाषण में पर्यटन का जिक्र करते हुए कहा कि "लोग अक्सर अजंता, एलोरा और ताजमहल देखने जाते हैं. लेकिन भारत में 42 धरोहर स्थल हैं जिनका न तो अधिक प्रचार प्रसार किया गया है और न ही उनके बारे में लोगों को जानकारी है. यह हमारा देश है और हमें इसकी संस्कृति की जानकारी होनी चाहिए"

दक्षिणी राज्यों में कई ऐसी जगह.....
सुधा मूर्ति ने आगे कहा " दक्षिणी राज्यों में ही ऐसी कई जगह हैं जिनका इतिहास बेहद गौरवशाली है. त्रिपुरा में उनाकोटी के बारे में कोई नहीं जानता जबकि यह स्थान 12,500 साल से भी अधिक पुराना है. कश्मीर का मुगल गार्डन धरोहर स्थल में शामिल नहीं है. इस ओर ध्यान देना चाहिए"

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.