Viral News: 35 हजार रुपये में नीलाम हुआ एक नींबू, वजह जानकर आप भी लगा देंगे बोली

Written By नीलेश मिश्र | Updated: Mar 11, 2024, 08:56 AM IST

Representative Image

Lemon for 35 Thousand: महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को चढ़ाए गए एक नींबू को 35 हजार रुपये में नीलाम किया गया है. ऐसा क्यों किया गया इसकी वजह भी बेहद रोचक बताई जा रही है.

महाशिवरात्रि के मौके पर देश के तमाम मंदिरों और शिवालयों में भगवान शंकर की पूजा होती है. इस मौके पर बेल पत्र, जौ की बाली, बेर, धतूरा आदि जैसी चीजें खूब चढ़ाई जाती हैं. तमिलनाडु के एक मंदिर में इसी तरह से चढ़ाई गई चीजों की नीलामी की जाती है. इस साल की महाशिवरात्रि के बाद जब नीलामी की गई तो एक नींबू की कीमत इतनी लगी जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. इस नीलामी में एक नींबू के लिए 35 हजार रुपये की बोली लगाई गई है. बाद में मंदिर के पुजारी ने नीलामी के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले इस शख्स को नींबू सौंप दिया.

यह घटना तमिलनाडु के इरोड के शिवगिरि गांव में स्थित पझापूसियन मंदिर की है. यहां शिवरात्रि पर चढ़ाई जाने वाली चीजों की नीलामी की जाती है. इस बार की नीलामी में लगभग 15 लोगों ने बोली लगाई और सबसे ज्यादा बोली एक नींबू के लिए लगाई गई इसके लिए कुल 35 हजार रुपये की बोली लगाकर एक श्रद्धालु ने नींबू को हासिल किया.


यह भी पढ़ें- Internet पर भारतीयों को पढ़ना-लिखना नहीं पसंद, करते हैं ये काम


क्यों खास होता है यह नींबू?
नीलाम किए गए नींबू को मंदिर में भगवान शिव के सामने रखा गया था. यहां मान्यता है कि नींबू हासिल करने वाले शख्स को आने वाले साल में खूब धन-दौलत मिलती है और उसे अच्छी सेहत का आशीर्वाद मिलता है. यही वजह है कि शिवरात्रि के मौके पर होने वाली इस नीलामी में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और बड़ी-बड़ी बोलियां भी लगाते हैं.


यह भी पढ़ें- 50 साल से पानी की एक घूंट नहीं पी इस शख्स ने, Coke के सहारे कट रही जिंदगी


कुछ सी ही प्रथा तिरुवनैनवल्लूर के बालतंडायुतपानी मंदर में भी है. यहां पर इष्टदेव मुरुगा के माथे पर कील लगे नींबू की नीलामी की जाती है. यहां शिवरात्रि पर्व पर 9 दिनों तक हर दिन एक कील पर नींबू लगाया जाता है और आखिरी दिन इन नींबुओं की नीलामी की जाती है. 2016 में यहां के एक नींबू के लिए 39 हजार रुपये की बोली लगाई गई थी.

देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.