डीएनए हिंदी: तमिलनाडु की एक महिला ने अपनी जमीन एक स्कूल के लिए दान कर दी है. इस महिला ने अपनी बेटी की याद में इस स्कूल को जो जमीन दान दी है उसकी कीमत लगभग 7 करोड़ रुपये आंकी गई है. महिला के इस अभूतपूर्व योगदान के लिए अब गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्हें तमिलनाडु सरकार की ओर से सम्मानित किया जाएगा. रोचक बात यह है कि महिला ने जिस स्कूल के लिए जमीन का दान किया है वह खुद भी उसी स्कूल में पढ़ चुकी हैं.
मदुरै जिले की रहने वाली और बैंकर के तौर पर कार्यरत 52 साल की आई अम्मल उर्फ पूर्णम को गणतंत्र दिवस पर मेडल से सम्मानित किया जाएगा. पूरनम ने पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल, कोडिकुलम, मदुरै को स्कूल को हाई स्कूल बनाने के लिए एक एकड़ से ज्यादा जमीन दान में दी है. इस जमीन की कीमत लगभग 7 करोड़ रुपये आंकी गई है और यह वर्तमान स्कूल भवन के नजदीक है.
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शिक्षा के लिए काम कर रही थी बेटी
केनरा बैंक में काम करने वाली 52 वर्षीय महिला ने यह घोषणा अपनी दिवंगत बेटी यू. जननी की याद में की है, जिनका कुछ साल पहले निधन हो गया था. यह खबर तब सामने आई, जब उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री स्कूल के नाम पर कर दी और जमीन के दस्तावेज शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सौंप दिए. X पर इसकी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, 'शिक्षा ही वास्तविक, अविनाशी धन है. मदुरै के कोडिकुलम की आई अम्मल उर्फ पूरनम ने सरकारी स्कूल के लिए एक अतिरिक्त भवन बनाने के लिए अपनी एक एकड़ और 52 सेंट जमीन दान में दी है. आई अम्मल दिखाती हैं कि तमिल लोग शिक्षा और शिक्षण को कितना महत्व देते हैं और उन्हें आगामी गणतंत्र दिवस पर सरकार की ओर से विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.'
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पूर्णम की बेटी जननी, जिनका दो साल पहले निधन हो गया था, एक सामाजिक कार्यकर्ता थीं और वंचित बच्चों के शैक्षिक उत्थान के लिए काम कर रही थीं. पूर्णम की सरकार से एक ही मांग है कि अपग्रेड स्कूल का नाम उनकी बेटी के नाम पर रखा जाए. पूर्णम ने बताया, 'मेरा मानना है कि शिक्षा लोगों के जीवन को बदलने और समाज को बदलने का एकमात्र साधन है. यहां एक हाई स्कूल यहां के ग्रामीण लोगों के जीवन में सुधार लाएगा क्योंकि उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी.'
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