डीएनए हिंदी: आंध्र प्रदेश के पर्यटन मंत्री आर के रोजा के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के वरिष्ठ नेता बी सत्यनारायण मूर्ति को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने मूर्ति को सोमवार देर रात अनकापल्ली जिले के परवाड़ा मंडल से गिरफ्तार किया.
गुंटूर वेस्ट उपमंडलीय पुलिस अधिकारी उमा महेश्वर रेड्डी ने बताया कि बंडारू सत्यनारायण मूर्ति को सोमवार रात करीब सात बजकर 45 मिनट पर गिरफ्तार किया गया. वहां से पुलिस उन्हें गुंटूर लेकर आ गई. पूर्व मंत्री को कथित अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153ए, 354ए, 503, 504 और अन्य प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है.
बंडारू ने बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था. जिसमें उन्होंने पर्यटन मंत्री आर के रोजा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. पुलिस को दी शिकायत में कहा गया कि सत्यनारायण मूर्ति ने वीडियो के माध्यम से अशांति फैलाने और राजनीतिक दलों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की है. अपमानजक शब्दों का इस्तेमाल किया.
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चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के खिलाफ भूख हड़ताल
उधर, टीडीपी के महासचिव नारा लोकेश और उनकी मां ने पार्टी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में अनेक समर्थकों के साथ भूख हड़ताल की. लोकेश ने दिल्ली में पार्टी नेताओं और कुछ सांसदों के साथ अपने पिता की गिरफ्तारी के विरोध में अनशन किया, वहीं उनकी मां भुवनेश्वरी ने आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रवरम में भूख हड़ताल की. यह अनशन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किया गया. लोकेश ने अपना अनशन समाप्त करने के बाद मीडिया से कहा, ‘महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला जैसे महान नेता अपने सिद्धांतों के लिए जेल गए थे, वहीं चंद्रबाबू को बेरोजगारों को रोजगार देने वाली कौशल विकास परियोजना शुरू करने के लिए जेल भेजा गया है.
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नायडू ने राज्य में बेरोजगार लोगों को बड़े स्तर पर रोजगार देने के उद्देश्य से कौशल विकास परियोजना तैयार की थी. टीडीपी महासचिव ने दावा किया कि इस कार्यक्रम के तहत सवा 2 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया और इनमें से 80,000 को रोजगार मिला. टीडीपी अध्यक्ष की गिरफ्तारी को राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार देते हुए लोकेश ने कहा कि उच्चतम न्यायालय मंगलवार को नायडू की याचिका पर विचार करेगा और अदालत के फैसले के आधार पर पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी. गौरतलब है कि कौशल विकास निगम के धन के कथित दुरुपयोग के आरोप में नायडू को 9 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप राज्य के खजाने को 300 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ था. (इनपुट -भाषा)
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