ATS की हिरासत में Teesta Setalvad, गुजरात की छवि बिगाड़ने का गंभीर आरोप

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 25, 2022, 06:32 PM IST

एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़.

गुजरात ATS ने एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ को हिरासत में लिया है. उन पर गुजरात की छवि खराब करने का आरोप लगा है.

डीएनए हिंदी: समाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalad) को गुजरात एटीएस (Gujarat ATS) ने हिरासत में लिया है. मुंबई में सीतलवाड़ के घर गुजरात एटीएस की टीम पहुंची है.

सूत्रों के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. तीस्ता सीतलवाड़ पर 2002 के गोधरा दंगों (Gujarat riots 2002)  में गुजरात की छवि खराब करने का भी आरोप लगा था.

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अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ एनजीओ को मिले विदेशी फंड की भी जांच की गई थी. हालांकि तीस्ता सीतलवाड़ मामले पर एटीएस फिलहाल खामोश है.

क्या हैं तीस्ता सीतलवाड़ पर आरोप?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया था कि सीतलवाड़ द्वारा संचालित एनजीओ ने गुजरात दंगों के बारे में आधारहीन जानकारी दी थी.सुप्रीम कोर्ट ने 2002 के दंगों के एक मामले में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दोषमुक्त करने के खिलाफ दायर एक अपील को शुक्रवार को खारिज कर दिया.

अमित शाह ने कहा था, 'मैंने फैसले को बहुत ध्यान से पढ़ा है. फैसले में स्पष्ट रूप से तीस्ता सीतलवाड़ के नाम का उल्लेख है. उनके द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ - मुझे एनजीओ का नाम याद नहीं है - ने पुलिस को दंगों के बारे में आधारहीन जानकारी दी थी.

पीएम मोदी को मिल चुकी है क्लीन चिट

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हिंसा में मारे गए कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी की अपील को खारिज कर दिया था. कोर्ट ने कहा था कि अपील में दम नहीं था.

क्या है पूरा केस?

यह केस गुलबर्ग सोसाइटी से जुड़ा है. यहां एक ट्रेन के डिब्बे में आग लगने से हुए दंगों में कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी सहित 68 लोग मारे गए थे. एक दशक बाद एसआईटी रिपोर्ट ने गुलबर्ग सोसाइटी मामले में 'अभियोजन योग्य सबूत नहीं' का हवाला दिया था और पीएम मोदी को क्लीन चिट दे दी थी

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