डीएनए हिंदी: राजस्थान के पाली जिले के रोहट तहसीलदार बाबू सिंह राजपुरोहित पर महिला पटवारियों के साथ अश्लील चैटिंग का आरोप लगा है. इस मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया है. महिला पटवारियों ने हाल में इस मामले में एसडीएम को लिखित शिकायत दी थी. जिसके बाद तहसीलदार पर एक्शन लिया गया. आइए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है...
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 58 वर्षीय तहसीलदार बाबू सिंह राजपुरोहित पर महिला पटवारियों ने अश्लील चैटिंग और घटिया मैसेज करने के आरोप लगाए थे. इसके साथ महिला पटवारियों द्वारा लिखित शिकायत में आरोप लगाया गया कि तहसीलदार उनके साथ बदसलूकी करता है और अपने पास बुलाकर अनर्गल बातें करता है. महिला पटवारियों ने यह शिकायत रोहट एसडीएम भंवरलाल जनागल से की.
महिला पटवारियों को ऐसे परेशान करता था तहसीलदार
एक महिला पटवारी ने लिखी शिकायत में चैट के स्क्रीनशॉट भी लगाए हैं. उन्होंने बताया कि तहसीलदार द्वारा कई बार भद्दे मैसेज किए गए. शिकायत में बताया गया कि तहसीलदार ने मैसेज किया था कि मैं पहले ही दिन आपको सेलेक्ट कर लिया था, सोचा आपके साथ मिलकर काम करूंगा. इसके साथ ही मैसेज किया गया था कि आप मुझे अपना दोस्त समझो और इतना उदास क्यों रहते हो? मुझे आपका खिला हुआ चेहरा पसंद है. इतना ही नहीं बल्कि महिला पटवारी से पूछा गया था कि बियर पीते हो क्या और आपको होटल बुक करवाना हो या गाड़ी में घूमना हो तो बता देना.
तहसीलदार ने महिला पटवारी से पूछा - कैसे रखता है पति?
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महिला पटवारी ने शिकायत में बताया कि तहसीलदार द्वारा पूछा गया कि आपका पति आपको कैसे रखता है, कभी तंग तो नहीं करता. एक बार यह भी बोला गया कि आप तो बस मौज करो, मेरे रहते किसी बात की टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. इसके साथ महिला पटवारी ने एसडीएम को लिखे गए शिकायत पत्र में कहा कि मुझे ऑफिस जाने में डर लगने लगा है और इसकी वजह से अपना काम भी सही से नहीं कर पा रही हूं. उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. जानकारी के लिए बता दें कि जिला कलेक्टर ने इस शिकायत को रेवेन्यू बोर्ड भेजा था. उसके बाद तहसीलदार बाबूसिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, तहसीलदार ने इस आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि उसने ऐसा कुछ नहीं किया.