Telangana: उपचुनावों में BJP को रोकने के लिए KCR ने उतारे अपने 14 से ज्यादा मंत्री और 60 विधायक

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 30, 2022, 04:57 PM IST

Munugode Bypoll को लेकर मुख्यमंत्री केसीआर को भाजपा के खिलाफ खूब मेहनत कर रहे हैं और बीजेपी उन्हें कड़ी टक्कर रही है.

डीएनए हिंदी: तेलंगाना में मुनुगोड़े उपचुनाव (Munugode Bypoll) के लिए टीआरएस (TRS) के राष्ट्रीय नेतृत्व भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने भाजपा के खिलाफ साल 2024 लोकसभा चुनावों को लेकर मोर्चा खोल रखा है. भाजपा ने उपचुनाव के लिए अपने अभियान को तेज कर दिया है. BRS ने नलगोंडा जिले के मुनुगोडे में चुनाव प्रचार के लिए 14 राज्य मंत्रियों और कम से कम 50-60 विधायकों को तैनात किया है.

रिपोर्ट के अनुसार के चंद्रशेखर राव की पार्टी के नेता रायथु बंधु, दलित बंधु, कृषि क्षेत्र को मुफ्त बिजली, कृषि बीमा और असंख्य अन्य योजनाओं जैसी राज्य की "राष्ट्रीय रोल मॉडल" योजनाओं को उजागर और बढ़ा रहे हैं. BRS नेता न केवल सरकार द्वारा लागू किए गए विकास कार्यों और योजनाओं को उजागर कर रहे हैं, बल्कि मतदाताओं को यह भी बता रहे हैं कि भाजपा उम्मीदवार कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी महत्वकांक्षी हैं. दिसंबर 2018 में कांग्रेस के टिकट पर चुने गए थे लेकिन 2 अगस्त को इसमें शामिल होने के लिए इससे इस्तीफा दे दिया. रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी एक व्यवसायी है जिसकी उनके कल्याण में बहुत कम दिलचस्पी है.

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BRS ने रेड्डी पर केंद्र से 18,000 करोड़ रुपये के सिविल कार्य अनुबंध प्राप्त करने के बाद भाजपा में शामिल होने का भी आरोप लगाया है. राज गोपाल के समर्थकों का दावा है कि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और करिश्मे के कारण 2018 में जीत हासिल की. भाजपा पर अवैध शिकार की असफल कोशिश का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद KCR सरकार ने शनिवार को तेलंगाना उच्च न्यायालय को सूचित किया कि उसने राज्य में मामलों की जांच के लिए CBI को दी गई सामान्य सहमति वापस ले ली है. 

कुछ दिनों पहले भाजपा के राज्य महासचिव गुज्जुला प्रेमेंद्र रेड्डी ने तेलंगाना उच्च न्यायालय का रुख कर इस आरोप की सीबीआई जांच की मांग की थी कि उनकी पार्टी से जुड़े कुछ लोगों ने टीआरएस के विधायकों को खरीदने की कोशिश की थी. पुलिस ने कहा था कि इस सप्ताह की शुरुआत में हैदराबाद के पास एक फार्महाउस से टीआरएस के चार विधायकों को भाजपा में शामिल करने के लिए रिश्वत देने के मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था.

तेलंगाना में 'टीआरएस विधायकों के अवैध शिकार मामले' में जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय और चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था, जबकि टीवी चैनलों ने शिकायतकर्ता और आरोपी के बीच कथित टेलीफोन पर बातचीत को प्रसारित किया था. भाजपा विधायक एम रघुनंदन राव ने मामले की जांच के लिए यहां प्रवर्तन निदेशालय को एक ज्ञापन सौंपा.

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गौरतलब है कि भाजपा पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह सत्तारूढ़ टीआरएस के आरोपों पर सच्चाई सामने लाने के लिए इस मुद्दे की उच्च स्तरीय जांच की मांग करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएगी कि भाजपा ने अपने कुछ विधायकों को खरीदने की कोशिश की थी.

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