डीएनए हिंदी: फिल्म 'द केरला स्टोरी (The Kerala Story)' अपने कंटेंट को लेकर लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में मंगलवार को एबीवीपी के छात्रों द्वारा इस फिल्म की स्क्रीनिंग की गई. इस दौरान स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इंडिया (एसएफआई) इसका विरोध किया. वामपंथी छात्र समूह के छात्रों ने एबीवीपी और आरएसएस का पुतला फूंका.
फिल्म के स्क्रीनिंग के दौरान ABVP के छात्रों ने हर हर महादेव और भारत माता की जय के नारे भी लगाए. सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित 'द केरला स्टोरी' फिल्म को लेकर केरल में जमकर विरोध हो रहा है. केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने इस फिल्म को लेकर दावा किया कि यह "भारतीय जनता पार्टी प्रायोजित" और राज्य में लोगों को विभाजित करने और उनके बीच दुश्मनी पैदा करने के लिए संघ परिवार के एजेंडे का हिस्सा है. माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने आरोप लगाया कि यह फिल्म भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का लोगों के दिमाग में जहर घोलने का प्रयास है.
हाईकोर्ट में याचिका दायर
वहीं, ‘द केरल स्टोरी’ के टीजर व ट्रेलर में दिए गए कुछ बयानों के खिलाफ केरल हाईकोर्ट एक जनहित याचिका दायर की गई है. याचिका में यह मांग की गई कि अदालत सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म को सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए दिए गए प्रमाण पत्र को रद्द कर दे. कोर्ट ने संक्षिप्त दलीलें सुनने के बाद मामले को 5 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया, जिस दिन फिल्म रिलीज होनी है. जस्सिट एन. नागेश और जस्टिस सीपी मोहम्मद नियास की पीठ ने केंद्र और सेंसर बोर्ड की तरफ से पेश डिप्टी सॉलिसिटर जनरल (डीएसजीआई) मनु एस. को भी याचिका पर सुनवाई की अगली तारीख से पहले जनहित याचिका पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) का रुख प्राप्त करने के लिए समय दिया.
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याचिका एक वकील अनूप वीआर द्वारा दायर की गई है, जिन्होंने तर्क दिया है कि फिल्म में कुछ तथ्यों को गलत तरीके से चित्रित किया गया है जिसके परिणामस्वरूप केरल के लोगों का अपमान हुआ. उन्होंने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की. याचिका में कहा गया है कि ‘द केरल स्टोरी’ सच्ची घटनाओं से प्रेरित होने का दावा करती है लेकिन फिल्म के ‘टीजर’ और ‘ट्रेलर’ में दिए गए बयान सच्चाई से कोसों दूर हैं. याचिकाकर्ता ने जनहित याचिका में अदालत से फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन, इसके निर्माता विपुल अमृतलाल शाह और प्रोडक्शन कंपनी सनशाइन पिक्चर्स को फिल्म के प्रदर्शन से पहले कुछ बयानों को संपादित करने या हटाने का निर्देश देने का आग्रह किया.
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5 मई रिलीज होगी फिल्म
याचिकाकर्ता ने वह अंश हटाने का आग्रह किया जिसमें कहा गया है कि यह फिल्म सच्ची कहानियों से प्रेरित है और केरल की 32,000 महिलाओं ने इस्लाम अपना लिया और इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल हो गईं. याचिका का केंद्र और सीबीएफसी द्वारा विरोध किया गया. डीएसजीआई मनु एस. ने तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि एक बार सेंसर बोर्ड द्वारा प्रमाणन दिए जाने के बाद अदालतों द्वारा इसमें हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता है. बता दें कि अभिनेत्री अदा शर्मा द्वारा अभिनीत फिल्म 'द केरल स्टोरी' 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.
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