डीएनए हिंदी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर स्थित कार्यालय में फोन करके धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार एक शख्स का टेरर लिंक सामने आया है. आरोप हैं कि वह दाऊद इब्राहिम गैंग, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ा है.
महाराष्ट्र पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि जयेश पुजारी उर्फ कांता उर्फ सलीम शहीर कांत पर गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय को पहले जनवरी में और फिर मार्च में धमकी भरे फोन करने का आरोप है.
जयेश पुजारी हत्या के एक मामले में दोषी साबित हो चुका है. शहर की धंतोली पुलिस ने उसके खिलाफ UAPA लगाया है. जयेश पुजारी का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. अब वह बुरी तरह फंस चुका है.
इसे भी पढ़ें- Elections 2024: राहुल गांधी से ज्यादा विपक्ष को नीतीश कुमार पर भरोसा, क्या है 2024 चुनाव में जीत का फॉर्मूला?
जेल से ही साजिश रच रहा था आरोपी
नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने गुरुवार को कहा कि जांच से पता चला है कि उसके दाऊद गिरोह, पीएफआई और लश्कर से संबंध थे. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि उसे कट्टरपंथी बनाया गया है. वह जेल में डी-गैंग के अन्य सदस्यों के साथ साजिश रच रहा था. (इनपुट: भाषा)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.