Lok Sabha Elections 2024: Tikamgarh सीट पर 5वीं बार खिलेगा कमल या हाथ को मिलेगा वोटरों साथ, जानें सियासी गणित

Written By अनुराग अन्वेषी | Updated: Apr 17, 2024, 02:19 PM IST

2009 के परिसीमन में यह सीट SC के लिए रिजर्व है.

Tikamgarh LS Polls: इस सीट पर 2024 के लिए होने वाला आम चुनाव दिलचस्प होगा. दरअसल, इस बार कांग्रेस ने यहां से 42 साल के युवा पंकज अहिरवार पर दांव खेला है, जबकि बीजेपी ने चार बार के अनुभवी 73 साल के डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक पर भरोसा जताया है.

टीकमगढ़ लोकसभा सीट 2009 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई है. इसके पहले यह खजुराहो संसदीय क्षेत्र का हिस्सा थी. 2009 के परिसीमन में इसे अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित कर दिया गया है. पिछले 20 साल से (खजुराहो संसदीय क्षेत्र का हिस्सा होने से अब तक) इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. इस सीट पर 2024 के लिए होने वाला आम चुनाव इस बार दिलचस्प होगा. दरअसल, इस बार कांग्रेस ने यहां से 42 साल के युवा पंकज अहिरवार पर दांव खेला है, जबकि बीजेपी ने चार बार के अनुभवी 73 साल के डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक पर भरोसा जताया है. इस सीट के लिए 26 अप्रैल को मतदान होना है.


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2019 के आम चुनाव में टीकमगढ़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक की जीत हुई थी. उन्हें कुल 672248 वोट मिले थे. इस चुनाव में उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के उम्मीदवार किरण सिंह अहिरवार रहे थे. उन्हें कुल 324189 वोट मिले थे. इस तरह बीजेपी के डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक ने 348059 वोटों के भारी अंतर से यह सीट अपने नाम कर ली थी. 2019 के आम चुनाव में टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र में कुल 1647399 मतदाता थे. इसमें महिला वोटरों की संख्या 771900 थी, जबकि कुल पुरुष वोटर 875470 थे.


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टीकमगढ़ जिला जामनी, बेतवा और धसान की सहायक नदी के बीच बुंदेलखंड पठार पर है. यहां की 23.61 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति और 4.5 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति के लोगों की है. पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने 4 बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व लोकसभा में किया है. भाजपा की यह दिग्गज नेता टीकमगढ़ की हैं. उनका जन्म यहां के डूंडा गांव में हुआ था. वे वर्ष 1989, 1991, 1996 और 1998 में यहां की सांसद रहीं. तब टीकमगढ़ अलग सीट नहीं बल्कि खजुराहो संसदीय क्षेत्र का हिस्सा था.

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