डीएनए हिंदी: दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक महीने से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को रविवार को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. साथ ही जंतर मंतर से उनके टेंट को उखाड़कर फेंक दिया. पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ किसान संगठन राजधानी की ओर कूच कर रहे हैं. जिसके मद्देनजर पुलिस ने टीकरी बॉर्डर को बैरिकेड लगाकर पूरी तरह से सील कर दिया है. साथ दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है.
बता दें कि पहलवानों पर कार्रवाई के बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर 'महिला महापंचायत' बुलाई गई है. जिसमें शामिल होने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ रहे हरियाणा के कई किसान नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. महिला महापंचायत के मद्देनजर, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कई स्थानों पर पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती के साथ बैरिकेड लगा दिए गए हैं. हरियाणा में सुबह के वक्त कई किसान नेताओं को उनके घरों के अंदर हिरासत में रखा गया था.
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किसान भी लिए गए हिरासत में
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने सुबह अंबाला शहर के पास हरियाणा-पंजाब सीमा पर सैकड़ों किसानों को रोक दिया. उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी को कानून के संबंधित प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया. संगठन ने दावा किया कि कुछ अन्य किसान नेताओं को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में पुलिस ने हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए जाने के बाद चढूनी ने एक वीडियो संदेश जारी कर किसानों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने और सड़कों को अवरुद्ध नहीं करने की अपील की.
गौरतलब है कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर कई पहलवान पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. पहलवानों का आरोप है कि बृजभूषण ने कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है. इसके बाद कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने आंदोलन कर रहे पहलवानों को अपना समर्थन दिया. अधिकारियों ने बताया कि सोनीपत, झज्जर, जींद, कुरुक्षेत्र, अंबाला, सिरसा और गुरुग्राम जिलों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और हरियाणा-दिल्ली में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की गहन जांच की जा रही है.
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पुलिस हिरासत में साक्षी मलिक-बजरंग पूनिया
बता दें कि पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया को दिल्ली पुलिस ने रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर महिला ‘महापंचायत’ के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश करने के बाद कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए हिरासत में ले लिया. पहलवानों को जबरदस्ती बसों में बैठाकर अज्ञात स्थल पर भेज दिया गया. पुलिस ने इसके बाद पहलवानों के प्रदर्शन स्थल जंतर मंतर से उनके चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल आदि सामान को हटा दिया. देश के शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.
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