डीएनए हिंदी: दिल्ली की तिहाड़ जेल में कुख्यात गोगी गिरोह के कथित चार सदस्यों ने गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की मंगलवार सुबह एक धारदार हथियार मारकर हत्या कर दी. हमलावरों ने ताजपुरिया पर लोहे की ग्रिल से बनाए के सुए से 90 वार किए थे. दिल्ली पुलिस ने इसका खुलासा किया है. ताजपुरिया को गंभीर घायल हालत में दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. टिल्लू ताजपुरिया 2021 में रोहिणी की अदालत में हुई गोलीबारी की उस घटना में आरोपी था, जिसमें गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या कर दी गई थी.
तिडाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टिल्लू ताजपुरिया को ग्राउंड फ्लोर स्थित वार्ड में बंद किया गया था. जहां गोगी गिरोह के चार कैदियों ने सुबह छह बजकर 15 मिनट पर उस हमला किया. हमलावर-दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान उसी वार्ड के पहले तल पर बंद थे. जेल के अधिकारियों ने संदेह जताया कि हमलावरों ने उच्च सुरक्षा वाले वार्ड के पहले तल पर लगी लोहे की दो छड़ों को काटा और उन्हें फिर से वहां रख दिया, ताकि किसी को शक नहीं हो. उन्होंने बताया कि हमले से पहले उन्होंने इन सलाखों को हटाया और वे एक चादर की सहायता से नीचे उतर आए. अधिकारियों ने बताया कि जिस समय हमला किया गया, उस समय कैदियों की गिनती के लिए कोठरियों को खोला गया था.
सूत्रों ने बताया कि जब ताजपुरिया ने हमलावरों को देखा तो वह रोहित नाम के एक अन्य कैदी की कोठरी में भागा. रोहित ने अपनी कोठरी का दरवाजा बंद कर ताजपुरिया को बचाने की कोशिश की. लेकिन दरवाजा अंदर से बंद नहीं हो सकता था, इसलिए हमलावर भीतर घुस गए और इस दौरान रोहित भी घायल हो गया. उन्होंने बताया कि यह पूरा हमला दो मिनट के भीतर हुआ. जेल कर्मी और सुरक्षा कर्मी तत्काल घटनास्थल की ओर भागे और उन्होंने चारों हमलावरों को पकड़ लिया. उन्होंने ताजपुरिया को जेल के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे सुबह करीब 6 बजकर 45 मिनट पर दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया. ताजपुरिया की वहां उपचार के दौरान मौत हो गई.
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टिल्लू ताजपुरिया पर किए गए ताबड़तोड़ हमले
जेल के एक अधिकारी ने बताया कि ताजपुरिया के शरीर पर घाव के 85 से 90 निशान थे और रोहित को वापस जेल ले जाया गया. अधिकारियों ने बताया कि वे चारों हमलावरों को किसी अन्य जेल में ले जाने की योजना बना रहे हैं. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अक्षत कौशल ने बताया कि पुलिस को सुबह करीब 7 बजे इस घटना की सूचना मिली थी. यह तिहाड़ जेल में किसी कैदी की हत्या होने का एक महीने में दूसरा मामला है. इससे पहले 14 अप्रैल को जेल में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के प्रिंस तेवतिया (33) की एक कैदी से कहासुनी होने के बाद प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने हत्या कर दी थी.
तेवतिया एक विचाराधीन कैदी था और उसे जेल संख्या तीन के वार्ड नंबर छह में रखा गया था, जहां करीब 380 कैदी थे. अधिकारियों ने दावा किया कि तेवतिया के साथ हुई घटना के बाद वे धारदार हथियार और मोबाइल फोन जैसी अन्य अवैध वस्तुओं को ढूंढने के लिए सभी वार्ड में गहन तलाशी ले रहे थे. वे सीसीटीवी कैमरे से भी जेल के अंदर हर गतिविधि पर नजर रख रहे थे. दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक महीने से भी कम समय के अंदर दूसरे गैंगस्टर की हत्या सुरक्षा प्रबंधों पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है.
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बदला लेने के लिए किया गया हमला
इस बीच गैंगस्टर सतिंदर सिंह बरार उर्फ गोल्डी बरार ने एक अपुष्ट सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि ताजपुरिया पर हमला बदला लेने के लिए किया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि बरार कनाडा में छुपा हुआ है। उसने एक पोस्ट में लिखा, ‘‘सभी को नमस्कार, तिहाड़ जेल में मंगलवार को हुई टिल्लू ताजपुरिया की हत्या हमारे भाइयों योगेश टुंडा और दीपक तीतर ने की थी. गोगी मान भाई की मौत के बाद टिल्लू ने जिम्मेदारी ली थी और वह शुरू से ही हमारे भाइयों का दुश्मन था और लोगों का भी नंबर जल्द आएगा.’
गौरतलब है कि सितंबर 2021 में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की रोहिणी अदालत परिसर में दो लोगों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. हमलावर वकीलों का परिधान पहने हुए थे. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर मारे गए थे. (इनपुट भाषा के साथ)
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