TMC Rajya Sabha Candidates: 3 महिला एक अल्पसंख्यक, राज्यसभा के बहाने TMC ने निकाली BJP की काट

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Feb 11, 2024, 03:55 PM IST

TMC Rajya Sabha Candidates

TMC Rajya Sabha Election: टीएमसी ने अपने कोटे से राज्यसभा की तीनों सीटों के लिए महिलाओं का चयन किया है. पत्रकार सागरिका घोष, कांग्रेस से टीएमसी में शामिल हुईं सुष्मिता देव मतुआ समाज की ममता बाला ठाकुर को टीएमसी ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है.

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले टीएमसी (TMC) ने राज्यसभा के लिए खाली सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है. एक बार फिर ममता बनर्जी ने महिला उम्मीदवारों पर भरोसा दिखाया है. माना जा रहा है कि बीजेपी की महिला आरक्षण बिल के जवाब के तौर पर तीनों महिलाओं को संसद के उच्च सदन भेजने की तैयारी है. टीएमसी ने लोकसभा चुनाव 2019 में भी बड़ी संख्या में महिलाओं को मौका दिया था. पत्रकार सागरिका घोष, कांग्रेस से टीएमसी में गईं सुष्मिता देव को टिकट दिया गया है. इसके अलावा, मतुआ समाज से आने वाली ममता बाला ठाकुर को भी राज्यसभा भेजने की तैयारी है. 

तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए 4 उम्मीदवारों की घोषणा की है. पार्टी पत्रकार सागरिका घोष और नदीमुल हक को राज्यसभा भेजेगी. अगर इन चारों नामों को देखें, तो दीदी के अल्पसंख्यक और महिला वोटर्स को अपने साथ जोड़े रखने की रणनीति स्पष्ट तौर पर नजर आ रही है. इसके अलावा, मतुआ समाज की ममता बाला ठाकुर को टिकट दिया गया है. बंगाल की 70 विधानसभा सीटों पर यह समुदाय हार-जीत तय करने में बड़ी भूमिका निभाती है.

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बीजेपी ने अब तक उम्मीदवार का नहीं किया ऐलान 
पश्चिम बंगाल की राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही हैं और पांचवीं सीट बीजेपी की है. बीजेपी ने अब तक किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन कई नामों पर अटकलें चल रही हैं. माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के ही किसी कद्दावर चेहरे को उच्च सदन में भेजा जा सकता है. आने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए बहुत सतर्कता के साथ कैंडिडेट का चयन होगा. 

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बंगाल में बीजेपी की काट खोजने में जुटीं दीदी 
ममता बनर्जी बंगाल में बीजेपी को किसी भी सूरत में इस बार बढ़त लेने से रोकना चाहती हैं. उन्होंने विधानसभा चुनाव प्रचार में भी पूरी ताकत झोंक दी थी. प्रचार के अलावा टीएमसी की रणनीति बीजेपी की लाभार्थी योजनाओं की काट, राष्ट्रवाद महिला समर्थक होने के भावनात्मक दावों का भी तोड़ ढूंढ़ने की है. 

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