डीएनए हिंदी: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के संस्थापक नेताओं में रहे मुकुल रॉय एक बार फिर चर्चा में है. 2017 में टीएमसी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में गए मुकुल रॉय 2021 के चुनाव आने के कुछ दिनों के बाद ही टीएमसी में लौट आए थे. दो साल बाद अब वह फिर से बीजेपी में घर वापसी करने वाले हैं. नाटकीय अंदाज में दिल्ली पहुंचे मुकुल रॉय ने कहा है कि वह अब भी बीजेपी के ही विधायक हैं और बीजेपी में ही रहना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कि वह अमित शाह से मिलना चाहते हैं क्योंकि वह बीजेपी में लौटना चाहते हैं. बता दें कि पार्टी बदलने के बाद भी मुकुल रॉय की विधायकी नहीं गई है और न ही उन्होंने इस्तीफा दिया है.
मुकुल रॉय सोमवार रात 'कुछ निजी काम' से दिल्ली गए थे. शुरू में उनके परिवार ने दावा किया था कि वह 'लापता' हो गए हैं. परिवार ने दावा किया कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और कहा कि बीजेपी को टीएमसी नेता का इस्तेमाल कर गंदी राजनीति नहीं करनी चाहिए, जो कि अस्वस्थ हैं. उनके बेटे शुभ्रांशु ने पश्चिम बंगाल में ही पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पिता लापता हो गए हैं.
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दिल्ली में बीजेपी ने मुकुल रॉय के लिए इंतजाम
मंगलवार शाम को एक बंगाली समाचार चैनल से मुकुल रॉय ने कहा, 'मैं एक बीजेपी विधायक हूं. मैं बीजेपी के साथ रहना चाहता हूं. पार्टी ने मेरे यहां ठहरने के लिए इंतजाम किए हैं. मैं अमित शाह से मिलना चाहता हूं और जे पी नड्डा से बात करना चाहता हूं.' तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्य रहे मुकुल रॉय 2017 में बीजेपी में शामिल हुए थे. 2021 में उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी. हालांकि, ममता बनर्जी के फिर से जीत जाने के बाद वह विधानसभा से इस्तीफा दिए बिना तृणमूल कांग्रेस में वापस आ गए.
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अब मुकुल रॉय ने कहा है, 'मैं कुछ समय से अस्वस्थ था, इसलिए मैं राजनीति से दूर था लेकिन अब मैं ठीक हूं और मैं फिर से राजनीति में सक्रिय होऊंगा. मैं 100 प्रतिशत आश्वस्त हूं कि मैं तृणमूल कांग्रेस के साथ कभी संबंध नहीं रखूंगा'. उन्होंने अपने बेटे शुभ्रांशु को भी सलाह दी है कि उन्हें भी बीजेपी में आ जाना चाहिए क्योंकि सही सबसे उपयुक्त होगा.
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