डीएनए हिंदी: देशभर में टमाटर की बढ़ती कीमतों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. टमाटर के दाम (Tomato Price) आसमान छू रहे हैं. देश के प्रमुख शहरों में टमाटर 100 से 120 रुपये प्रति किलो तक के भाव से बिक रहे हैं. दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, जयपुर, भोपाल, रायपुर, पटना, कोलकाता सभी जगह टमाटर लोगों के पहुंच से दूर नजर आ रहा है. लेकिन इस बीच एक शहर ऐसा है जहां सबसे सस्ता टमाटर बिक रहा है.
इस शहर का नाम हैदराबाद है. यहां महज 25 रुपये प्रति किलो के हिसाब से टमाटर बेचा जा रहा है. इसके अलावा देश में कई ऐसे शहर हैं, जहां फिलहाल 50 रुपये से नीचे टमाटर के भाव हैं. पुणे में 41 रुपये किलो, बिहार के पटना में 40 रुपये और मुंबई में 48 रुपये किलो टमाटर मिल जा रहा है. इंदौर में भाव 44 रुपये किलो है. वहीं कोलकाता में फिलहाल 91 रुपये किलो, देहरादून में 80 रुपये और बेंगलुरू में 70 रुपये किलो टमाटर मिल रहा है. बेंगलुरु में इससे पहले महज 15 रुपये किलो टमाटर बेचा जा रहा था.
अन्य शहरों में क्या हैं टमाटर के रेट
उपभोक्ता मामलों के विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 30 जून को अखिल भारतीय आधार पर टमाटर का औसत खुदरा मूल्य 56.58 रुपये प्रति किलोग्राम है. मॉडल मूल्य 100 रुपये प्रति किलोग्राम है जबकि अधिकतम मूल्य 123 रुपये प्रति किलोग्राम है. दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 80 रुपये प्रति किलोग्राम, कोलकाता में 105 रुपये, चेन्नई में 88 रुपये प्रति किलोग्राम है. इसके अलावा भोपाल और लखनऊ में 100 रुपये प्रति किलोग्राम, शिमला में 80 रुपये प्रति किलोग्राम, भुवनेश्वर में 98 रुपये प्रति किलोग्राम और रायपुर में 99 रुपये प्रति किलोग्राम बेचा जा रहा है.
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सरकार को उत्पादक केंद्रों से आपूर्ति बढ़ने के साथ टमाटर की कीमतें अगले 15 दिनों में कम होने और एक महीने में सामान्य स्तर पर आ जाने की उम्मीद है. उपभोक्ता मामलों के विभाग में सचिव रोहित कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश के सोलन और सिरमौर जिलों से बेहतर आपूर्ति होने पर राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर की खुदरा कीमतें तुरंत कम हो जाएंगी. उन्होंने कहा, ‘टमाटर की कीमत में वृद्धि की घटना हर साल इसी समय होती है. हर देश में प्रत्येक कृषि वस्तु मूल्य चक्र में एक मौसमी स्थिति से गुजरती है. जून में इसकी कीमतें उच्च स्तर पर पहुंच गईं हैं. टमाटर एक जल्द खराब होने वाला उत्पाद है और मौसम एवं अन्य कारणों से टमाटर की आपूर्ति भी बाधित हुई है.
उन्होंने कहा, ‘आप टमाटर को लंबे समय तक नहीं रख सकते हैं और इसे लंबी दूरी तक पहुंचाया भी नहीं जा सकता है. इस खाद्य वस्तु में यह एक कमजोरी है. जून-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर के दौरान टमाटर का उत्पादन कम हो जाता है और इस अवधि में कीमतों में आम तौर पर तेज वृद्धि देखी जाती है. उन्होंने कहा कि 29 जून को टमाटर की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 49 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि एक साल पहले इसी दिन यह 51.50 रुपये प्रति किलोग्राम थी. हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस दर को उचित नहीं ठहरा रहा हूं। यह मौसमी समस्या को साबित करता है.’
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