Twin Tower Demolition: ट्विन टावर की तरह गिराया जाएगा गुरुग्राम का Tower D, प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Nov 05, 2022, 07:38 PM IST

गुरुग्राम के डी टावर में हाल में ही एक बड़ी दुर्घटना हुई थी जिसके बाद बिल्डिंग को आम लोगों के लिए खतरनाक बताया गया था.

डीएनए हिंदी: हरियाणा के गुड़गांव में प्रशासन ने शहर के चिंटेल पैराडाइज आवासीय सोसायटी के 'टावर डी' को गिराने का फैसला किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इसे नोएडा ट्विन टावर्स (Noida Twin Tower) की तर्ज पर ध्वस्त किया जाएगा. इसे लेकर शहर का प्रशासन नोएडा प्रशासन के संपर्क में है जिससे ध्वस्तीकरण के काम को आसानी से पूरा किया जा सके. 

आपको बता दें कि10 फरवरी 2022 को छठी मंजिल की छत गिर गई. इसमें 2 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. IIT दिल्ली की एक टीम ने बाद में घटना की जांच की और पाया कि टावर की संरचना स्थिर नहीं है जिसके चलते कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है. ऐसे में अब प्रशासन ने बिल्डर को फ्लैट मालिकों से समझौता करने का आदेश दिया है.

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जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम के इस डी-टावर में 50 फ्लैट हैं. आईआईटी दिल्ली की टीम ने पाया है कि बिल्डर ने निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया था. इमारत गुरुग्राम के सेक्टर 109 में स्थित है. छत के निर्माण में काफी लापरवाही की गई, जिससे मंजिल 5 और 6 पर गिर गई. इस हादसे में करीब 10 से अधिक परिवार मलबे में फंस गए थे और एनडीआरएफ के हस्तक्षेप के बाद उन्हें बचा लिया गया था. 

चिंटेल्स पैराडाइज ने एक बयान में कहा था, "यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और हमने इसे बहुत गंभीरता से लिया है क्योंकि हमारे निवासियों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी चिंता है. प्रारंभिक जांच में, हमें पता चला है कि मरम्मत कार्य में कुछ लापरवाही की गई है. एक अपार्टमेंट में ठेकेदार ने इस घटना को अंजाम दिया. हम अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं और सभी सहायता सुनिश्चित कर रहे हैं. हम प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं."

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आपको बता दें कि नियमों को ताक पर रखकर बनाया गया नोएडा का ट्विन टावर सितंबर के महीने में ध्वस्त कर दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने इसके निर्माण अनेकों विसंगतियां पाईं थीं. 100 मीटर से अधिक ऊंचे टॉवर भारत में नियंत्रित विस्फोटों का उपयोग करके ध्वस्त किए गए अब तक के सबसे बड़े ढांचे थे. ऐसे में गुरुग्राम की बिल्डिंग को भी ट्विन टावर की तर्ज पर ही गिराया जा सकता है. 

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