डीएनए हिंदी: उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर नया खुलासा हुआ है. अब सामने आया है कि कन्हैयालाल हत्याकांड में सिर्फ दो लोग गौस मोहम्मद और रियाज अहमद शामिल नहीं थे. इस वारदात को अंजाम देने की साजिश 5 लोगों ने मिलकर रची थी. ये तीन लोग वारदात के समय टेलर की दुकान से कुछ दूर मौजूद थे. इनके पास हथियार भी थे. बता दें कि हत्या के मामले में राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने शुक्रवार रात उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा (ASP Ashok Kumar Meena) को सस्पेंड कर दिया है. इससे पहले उदयपुर के एसपी मनोज कुमार का ट्रांसफर और ASI भंवरलाल को निलंबित किया जा चुका है.
NIA कर रही है जांच
उदयपुर में हुए टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच NIA कर रही है. इस दौरान पूछताछ में सामने आया है कि इस हत्याकांड में मौहम्मद गौस और रियाज के अलावा तीन लोग और शामिल थे. इस हत्याकांड को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया. किसी गड़बड़ी से बचने के लिए ही तीन अन्य लोगों को भी बैकअप प्लान में शामिल किया गया था. NIA की टीम ने फिलहाल गौस और रियाज के अन्य दो साथियों मोसिन और आसिफ को भी गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. बता दें कि आज मोसिन और आसिफ को जयपुर की NIA की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा.
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पाकिस्तान से मिल रहा था आदेश
सूत्रों के मुताबिक, हत्या के बाद व्हाट्सएप ग्रुप में एक मैसेज किया गया था. इस मैसेज में लिखा था 'जो टास्क दिया वो पूरा किया'. इस व्हाट्सएप ग्रुप में पाकिस्तान के कुछ लोग भी शामिल थे. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में बैठे अपने आका के कहने पर हत्यारों ने भारी भरकम तेजधार हथियार बनाए थे, ताकि एक झटके में सिर धड़ से अलग किया जा सके.
क्या थी प्लानिंग
पूछताछ में जांच टीम के सामने आया है कि हत्याकांड के लिए खास प्लानिंग की गई थी. यह भी तय था कि अगर इस दौरान गौस और रियाज पकड़े जाते हैं तो उनको वहां से निकालने के लिए तीन अन्य लोग कुछ दूरी पर मौजूद रहेंगे. उनके पास तेज धारदार हथियार जैसे खंजर वगैरह भी मौजूद थे. प्लानिंग थी कि वे इन हथियारों से वार करके दोनों को वहां से बचा ले जाएंगे.
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