उदयपुर हिंसा मामले में भजनलाल सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. महज 24 घंटे के अंदर आरोपी के घर पर बुलडोजर चला दिया गया है. प्रशासन ने खांजीपीर की दीवानशाह कॉलोनी में बने आरोपी के अवैध घर पर बुलडोजर चला दिया है. बुलडोजर चलाते वक्त भारी पुलिस बल की भी तैनाती भी की गई. जानकारी के मुताबिक, आरोपी का परिवार इस घर में किराए पर रहा था. मौके पर यूडीए और उदयपुर नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे और उदयपुर में तगड़ी पुलिस व्यवस्था की गई है.
शिक्षा विभाग का नया आदेश
इस मामले में शिक्षा विभाग ने भी अहम कदम उठाए हैं. शिक्षा विभाग ने शनिवार को आदेश जारी किया की स्कूलों में धारदार और किसी भी तरह की नुकीली वस्तु लाने पर रोक लगा दी है. यह रोक चाकू, छूरी, धारदार कैंची और नुकीली वस्तुओं पर लगाई गई है. उदयपुर में चाकूबाजी की घटना के बाद अगले आदेश तक स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
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क्या था मामला?
जानकारी के मुताबिक, बीते शुक्रवार को एक स्कूल के दो छात्रों के बीच चाकूबाजी हो गई. घटना के बाद शहर का माहौल बिगड़ गया. कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ होने लगी. हालात को देखते हुए पुलिस ने धारा 144 लागू कर दी थी. शानिवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा भी बंद करने के आदेश दिए गए थे. साथ ही निजी और सरकारी दोनों स्कूलों अगले आदेश तक बंद करने के आदेश दिए गए थे. इस घटना में चाकू लगने से गंभीर रूप से घायल हुए छात्र की हालत नाजुक बनी हुई है.
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