अब अमित शाह ने तोड़ी चुप्पी, 'CM बनने के लिए उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को धोखा दिया'

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 11, 2023, 07:33 AM IST

Amit Shah

Amit Shah vs Uddhav Thackeray: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा है कि सत्ता के लिए वह एनसीपी और कांग्रेस की गोद में बैठ गए.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के अलगाव को लेकर अमित शाह ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर जमकर निशाना साधा है. अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनने के लालच में उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को धोखा दिया. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव से पहले हुई बैठक में उद्धव ठाकरे सहमत हुए थे कि अगर एनडीए को बहुमत मिलता है तो देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री बनेंगे. 

केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के नौ साल पूरे होने के मौके पर बीजेपी के संपर्क अभियान के तहत अमित शाह ने नांदेड़ में एक रैली को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछले साल ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को नहीं गिराया, बल्कि उद्धव ठाकरे की नीतियों से थक चुके शिवसैनिक शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ जाने को तैयार नहीं थे. उन्होंने कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में लोगों को यह तय करना है कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, नरेंद्र मोदी या कांग्रेस के नेता राहुल गांधी.

यह भी पढ़ें- अजमेर शरीफ के खादिम सरवर चिश्ती का बयान, 'लड़की ऐसी चीज है कि बड़े-बड़े फिसल जाते हैं' 

'चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे ने दिया धोखा'
अमित शाह ने कहा, 'बीजेपी अध्यक्ष के रूप में मैंने और तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बातचीत की थी, जिसमें उद्धव ठाकरे सहमत थे कि अगर एनडीए विजयी हुआ, तो फडणवीस (फिर से) मुख्यमंत्री होंगे. हालांकि, परिणाम (2019 में) के बाद, ठाकरे ने वादा तोड़ दिया और एनसीपी की गोद में बैठ गए.' शिवसेना (अविभाजित) और बीजेपी ने 2019 का विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था लेकिन शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर गठबंधन से बाहर हो गई थी. उन्होंने कहा, 'धोखाधड़ी और विश्वासघात का काम उद्धव ठाकरे ने किया था. चुनाव मोदी जी और देवेंद्र जी के नाम पर लड़ा गया और मुख्यमंत्री बनने के लिए वह कांग्रेस की गोद में बैठ गए.' 
 
बीजेपी नेता अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को अपना चुनाव चिह्न धनुष-बाण वापस मिल गया है और यह तय हो गया है कि असली शिवसेना कौन है. उन्होंने उद्धव ठाकरे को चुनौती दी कि वह तीन तलाक की प्रथा को समाप्त करने, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, समान नागरिक संहिता लागू करने और मुसलमानों के लिए आरक्षण पर सहमत हैं या नहीं, इस पर अपना रुख स्पष्ट करें. शाह ने हिंदुत्व विचारक दिवंगत विनायक दामोदर सावरकर पर कांग्रेस के रुख को लेकर भी ठाकरे पर निशाना साधा.

यह भी पढ़ें- तमिलनाडु के CM स्टालिन का दावा, 'समय से पहले लोकसभा चुनाव कराएगी बीजेपी' 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ रहते हुए उद्धव ठाकरे औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर, उस्मानाबाद का नाम धाराशिव और अहमदनगर करने का समर्थन नहीं कर सकते. पिछले साल अपनी आखिरी कैबिनेट बैठक में ठाकरे ने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने का फैसला किया था. शाह ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, 'आप दो नावों पर एक साथ खड़े नहीं हो सकते. आप राज्य के लोगों के सामने बेनकाब हो जाएंगे.' 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Amit shah Uddhav Thackarey shivsena bjp