डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश का प्रयागराज 24 फरवरी को तब दहल गया था जब दिनदहाड़े राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और दो सरकारी गनर पर बमबारी और गोलियां दागी गई थीं. उमेश पाल हत्याकांड में योगी प्रशासन एक्शन मोड में है. अतीक अहमद के करीबी मसुकुद्दीन के घर को बुलडोजर चलाया गया है. अतीक के गुर्गों के घर गिराए जा रहे हैं लेकिन गोलीबाज और बमबाज अपराधी अब भी फरार हैं.
प्रयागराज पुलिस शुक्रवार को बंदूकबाज सफदर अली के घर बुलडोजर से गिरा दिया. ढाई घंटे के अंदर यह घर जमींदोंज हो गया. प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने घर का नक्शा ना पास होने के आरोप में घर गिरा दिया है. सफदर ने ही गोलियां जमा की थीं. शुरुआती जांच में ऐसी बातें सामने आ रही हैं.
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गुनहगार अब तक हैं फरार, कब होगा एक्शन?
उमेशपाल हत्याकांड के गुनहगार अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं. हत्या के आठवें दिन भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है. शूटर अरमान, बमजाब गुड्डू मुस्लिम और मोहम्मद गुलाम अब तक पकड़ा नहीं जा सका है. उमेश पाल की कार के पीछे खड़े होकर फायरिंग करने वाले बदमाश की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. बदमाशों की तलाश जारी है.
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कौन-कौन हुआ है गिरफ्तार?
प्रयागराज के गुनहगारों का ड्राइवर शहबाज एनकाउंटर में ढेर हुआ है. साजिश रचने वाले गुनहगार का नाम सदाकत है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ज्यादातर आरोपी फरार हैं और पुलिस उन्हें अब तक पकड़ नहीं पाई है. बदमाशों के आजाद घूमने पर विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है.
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