केंद्रीय मंत्री और गुणा से बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया (Madhavi Raje) का बुधवार को निधन हो गया है. वह पिछले काफी समय से बीमार चल रही थीं. उनका इलाज दिल्ली के एम्स अस्पताल में चल रहा था. सास की बीमारी की वजह से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शिनी राजे चुनाव प्रचार बीच में छोड़कर दिल्ली लौट गई थीं.
नेपाल के राजघराने से था माधवी राजे का संबंध
अस्वस्थ होने की वजह से इस बार माधवी राजे चुनाव प्रचार के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाई थीं. ज्योतिरादित्य सिंधिया से पहले वह अपने पति माधवराव सिंधिया के लिए भी सक्रिय तरीके से चुनाव प्रचार करती थीं. माधवी राजे सिंधिया स्कूल के बोर्ड मेंबर्स में भी थीं. ग्वालियर राजघराने की बहू माधवी राजे का संबंध नेपाल के राजघराने से था. ग्वालियर और गुणा के आसपास के लोग उन्हें महारानी और बड़ी रानी साहिबा जैसे नामों से पुकारती थीं.
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आखिरी वक्त तक चैरिटी संस्थाओं से जुड़ी रहीं
माधवी राजे अस्वस्थ होने से पहले तक कई तरह के चैरिटी कार्यक्रमों से जुड़ी हुई थीं. शिक्षा, स्वास्थ्य और बालिकाओं की शिक्षा से जुड़े 24 धर्मार्थ ट्रस्टों की अध्यक्ष थीं. उन्होंने अपने दिवंगत पति माधवराव सिंधिया की याद में महल संग्रहालय में गैलरी भी बनाई थी. उन्हें ग्वालियर में सिंधिया घराने के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते भी देखा जाता था. कई बार अपने बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वह संसद भी सदन की कार्यवाही देखने के लिए आती थीं.
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