UP By Election 2024: यूपी के विधानसभा उपचुनावों में सभी 10 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए बीजेपी पूरी तरह से लगी हुई है. हालांकि, अयोध्या में पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने पार्टी के एक नेता पर सार्वजनिक तौर पर अपराधी होने का आरोप लगाया. साथ ही पार्टी के कार्यक्रम का बहिष्कार किया. कार्यक्रम का बहिष्कार करना यह दर्शाता है कि पार्टी के भीतर की कलह अब भी सुलग रही है.
किससे नाराज थे लल्लू सिंह
इस विवाद के बावजूद बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व ने इस घटना को पूर्व सांसद की निजी नाराजगी मानते हुए मामले को हल्के में लिया है. सूत्रों के अनुसार, पूर्व सांसद लल्लू सिंह पार्टी से नहीं, बल्कि एक स्थानीय नेता से नाराज थे, जिसके चलते उन्होंने पार्टी की प्रेस कांफ्रेंस में भाग नहीं लिया. इस स्थिति को देखते हुए, पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि अगर यह कलह समय पर शांत नहीं हुआ, तो उपचुनाव में सभी 10 सीटों पर जीत के लक्ष्य को हासिल करना बेहद मुश्किल हो सकता है. नेताओं के बीच आपसी विवाद बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है. खासकर मिल्कीपुर सीट, जो बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है. वहां पर अंदरूनी खींचतान पार्टी के प्रयासों में बाधा डाल सकती है.
सीएम खुद संभाल रहे इस सीट की जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री योगी खुद इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. इसके लिए उन्होंने हाल ही में मिल्कीपुर में कई कार्यक्रमों में भाग भी लिया है. उनके अनुसार, इस उपचुनाव में जीत पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, ताकि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद एक सशक्त सियासी संदेश दिया जा सके. हालांकि, पार्टी के भीतर की खींचतान और नेताओं के बीच मतभेदों के कारण उपचुनाव में जीत की राह कठिन हो सकती है. इससे पहले भी, इसी तरह की कलह के कारण बीजेपी को प्रतिष्ठित फैजाबाद संसदीय सीट पर हार का सामना करना पड़ा था, जिसका प्रभाव न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी महसूस किया गया था.
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