उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 60,244 पदों पर सिपाही (UP Police Constable) की भर्ती निकाली है. इसके लिए 17 और 18 फरवरी को परीक्षा आयोजित की गई. इस परीक्षा में तकरीबन 48 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया. इस बीच सोशल मीडिया पर पेपर के कुछ स्क्रीनशॉट्स वायरल हो रहे हैं. जिनकों लेकर दावा किया जा रहा है कि यह 17 जनवरी को दूसरी शिफ्ट में आयोजित हुए यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर है, जो लीक हो गया. इन दावों को लेकर यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड (UPPRPB) का बयान आया है.
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPPRB) ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि यूपी कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक होने की खबरें अफवाह हैं. बोर्ड ने कहा, 'प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए Telegram की Edit सुविधा का प्रयोग कर सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है. बोर्ड और यूपी पुलिस इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रही है. परीक्षा सुरक्षित एवं सुचारू रूप दी गई.'
हालांकि, पुलिस ने बलिया से परीक्षा में धांधली करने के आरोप में नकल गिरोह के 11 सदस्यों समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है, जबकि एक अन्य मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में कांस्टेबल है. बलिया के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने रविवार को बताया कि पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया.
दूसरे की जगह दे रहे थे परीक्षा
वर्मा का दावा है कि वे पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में धांधली की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने बताया कि पकड़ा गया अभय कुमार श्रीवास्तव सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है जबकि फतेहबहादुर राजभर मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में सिपाही है. उनके अनुसार पुलिस ने तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया, जो दूसरे अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे. गोंडा जिले में पुलिस ने बिहार के नालंदा जिले के एक व्यक्ति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया.
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अधिकारियों ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने और धोखाधड़ी करने के आरोप में पिछले दो दिनों में पूरे उत्तर प्रदेश में 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने शनिवार को कहा था कि गिरफ्तार किए गए कुल 122 लोगों में से 15 एटा, 9-9 मऊ, प्रयागराज और सिद्धार्थनगर, आठ गाजीपुर, सात आज़मगढ़, छह गोरखपुर और पांच जौनपुर के रहने वाले हैं.
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