'सूट बूट और सिंहासन...,' आइये जानें कौन है नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा? क्या है उसकी कुंडली

Written By बिलाल एम जाफ़री | Updated: Jul 02, 2024, 09:36 PM IST

कौन है वो भोले बाबा जो है हाथरस हादसे का जिम्मेदार 

Hathras stampede 2024: यूपी के हाथरस में हुई भगदड़ और 100 से ऊपर लोगों की मौत के बाद नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा सुर्ख़ियों में है. तो आइये जानें कौन है भोले बाबा Who is Bhole Baba responsible for Hathras stampede Incidence

Hathras stampede 2024: यूपी के हाथरस से दिल को दहला कर रख देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां फुलरई गांव में एक धार्मिक समागम में कुछ ऐसी भगदड़ मची, जिससे औरतों, बच्चों समेत में 100 से ऊपर लोगों की मौत हुई है. और करीब 200 लोग घायल हैं. बताया जा रहा है कि नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के समापन के बाद यह हादसा हुआ. घटना की सूचना मिलने के बाद फौरन ही सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को मदद मुहैया कराने और राहत बचाव के निर्देश दिए हैं. 

बताया जा रहा है कि घटना के बाद से ही बाबा फरार है. उसकी तरफ से इतने बड़े हादसे को लेकर कोई बयान नहीं आया है. वहीं बात अगर मीडिया और जिला प्रशासन की हो तो अब इस हादसे के बाद बाबा को फर्जी बताया जा रहा है और उसकी आलोचना हो रही है. 

कौन है नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा (Who is Bhole Baba)

नारायण साकार हरि या साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के विषय में जो जानकारी सामने आई है, यदि उसपर यकीन करें तो मिलता है कि उत्तर प्रदेश के एटा जिले में जन्मा भोले बाबा खुद को गुप्तचर यानी इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) का पूर्व कर्मचारी बताता है. कहा जाता है कि करीब 26 साल पहले बाबा ने सरकारी नौकरी से खुद को मुक्त कर लिया था और तभी से वो धार्मिक प्रवचन करने लगा.

बाबा का कद कैसा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत देशभर में भोले बाबा के लाखों चाहने वाले हैं.

बाबा के मामले में दिलचस्प ये भी है कि एक ऐसे वक़्त में जब आम आदमी तक सोशल मीडिया में अपनी उपस्थिति दर्ज कराए है. बाबा का कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं है. बाबा के भक्तों का दावा है कि बाबा सांसारिक मोह माया से दूर है और जमीन पर काम कर अपने भक्तों के दुखों का हरण करता है.

भले ही बाबा को लेकर आज आलोचनों की झड़ी लग चुकी हो. लेकिन बाबा कोरोना काल में उस वक़्त सुर्ख़ियों में आया था, जब तमाम चीजों पर रोक लगी हुई थी. तब भी बाबा ने पुलिस प्रशासन और नियमों की परवाह न करते हुए कई हजारों की भीड़ इकट्ठा की थी. 

गौरतलब है कि आम संतों के इतर सूट बूट पहनकर और सिंहासन पर बैठकर प्रवचन देने वाला भोले बाबा विचारधारा और विश्वास के लिहाज से खुद को हरि का शिष्य बताता है. बाबा ने अपने प्रवचनों में ये घोषणा भी की हुई है वे पूरे ब्रह्मांड के स्वामी हैं. भोले बाबा का दावा है कि ब्रह्मा, विष्णु और शंकर ने भी उन्हें अपना गुरु माना है.

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