UP police paper leak Case: उत्तर प्रदेश में 17 और 18 फरवरी को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को हजारों युवा राजधानी लखनऊ पहुंच गए. इन सभी ने ईको गार्डेन पहुंचकर यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पेपर आयोजन में खामी के खिलाफ पांच दिनों से यह प्रदर्शन जारी है. इन युवाओं ने भर्ती बोर्ड पर प्रदेश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार से दोबारा परीक्षा कराने की मांग की है. युवाओं के रोष को देखते हुए मौके पर पीएसी समेत भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा है.
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के संबंध में अभ्यर्थियों से प्रमाण देने को कहा था. भर्ती बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार अभ्यर्थी इस संबंध में उनके पास मौजूद प्रमाणों व साक्ष्यों सहित अपना प्रत्यावेदन 23 फरवरी शुक्रवार शाम छह बजे तक बोर्ड को ई-मेल कर सकते हैं, जिसके बाद इस विषय पर आगे कार्यवाही की जाएगी.
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जानें पूरा मामला
बोर्ड की ओर से जारी सूचना के अनुसार, 17 व 18 फरवरी को चार पालियों में हुई सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा के संबंध में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म और अखबारों में कुछ प्रश्न पत्रों के संबंध में सूचनाएं वायरल होने की खबरें प्रकाशित हुई थीं. इस बारे में बोर्ड का कहना है कि अभ्यर्थी व अन्य लोग यदि इस संबंध में कोई प्रत्यावेदन प्रस्तुत करना चाहते हैं, तो सुसंगत साक्ष्य के साथ अपना प्रत्यावेदन 23 फरवरी शुक्रवार शाम छह बजे तक बोर्ड को ईमेल करें, जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर व आधार नंबर लिखा होना चाहिए.
अब तक हुई गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड ने उम्मीदवारों और आम जनता से यूपी पुलिस कांस्टेबल पेपर लीक पर सबूतों के साथ रिपोर्ट जमा करने का अनुरोध किया है. यूपी कांस्टेबल परीक्षा पेपर लीक मामले में अबतक लगभग 244 लोगों की गिरफ्तार हुई है.
आंतरिक जांच समिति का गठन
लिखित परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने के इस दावे तथा अन्य त्रुटियों की जांच के लिए एडीजी/सदस्य सचिव उप्र पुलिस भर्ती की अध्यक्षता में आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है.
28 वर्षीय एक बेरोजगार ने लगाई फांसी
पीटीआई की खबर के अनुसार पेपर लीक मामले में कन्नौज (यूपी) के भूड़पुरवा इलाके के 28 वर्षीय ब्रिजेश ने अपने सभी शिक्षा प्रमाणपत्र जला दिए और अपने घर में फांसी लगा ली. उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि ब्रिजेश पाल हाल ही में पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए थे और पेपर लीक होने से परेशान थे जिस वजह से गुरुवार को उसने आत्महत्या कर ली.
अखिलेश यादव का पोस्ट
प्रयागराज में विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ''इलाहाबाद लोक सेवा आयोग कार्यालय पर चल रहे प्रतियोगी परीक्षा अभ्यर्थियों के आंदोलन में हम उनके साथ हैं. बीजेपी कोई भी परीक्षा पूरी नहीं कराना चाहती क्योंकि उसके बाद नौकरी और नौकरी में आरक्षण देना होगा."
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