स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की प्रयागराज टीम ने शुक्रवार को समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO)2023 पेपर लीक मामले में दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ के एक अधिकारी के अनुसार, दोनों व्यक्ति कथित तौर पर पेपर लीक के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा के गिरोह के सदस्य हैं और उन्होंने उम्मीदवारों को अपनी एसयूवी से एक रिसॉर्ट पहुंचाया था, जहां उन्हें लीक हुए प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए गए थे.
पेपर लीक करने वाले गिरोह का भंडाफोड़
11 फरवरी को आयोजित आरओ/एआरओ परीक्षा को राज्य सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र लीक होने के बाद रद्द कर दिया था. जांच के बाद, STF ने (RO/ARO) पेपर लीक करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया और प्रयागराज के मेजा इलाके से गिरोह के सरगना राजीव नयन मिश्रा सहित 26 लोगों को गिरफ्तार किया था. डीएसपी एसटीएफ शैलेश प्रताप सिंह ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए जेपी राय के नेतृत्व वाली एसटीएफ टीम ने गुरुवार रात कीडगंज इलाके से गिरोह के दो और सदस्यों को गिरफ्तार किया.
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आरोपियों ने किया बड़ा खुलासा
संदिग्धों की पहचान कीडगंज के संजय सिंह कुशवाहा और नैनी के कामेश्वर नाथ मौर्य के रूप में हुई है. उनके पास से एक एसयूवी, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की गई. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे एजेंट के तौर पर काम कर रहे थे और आरओ/एआरओ और कांस्टेबल भर्ती के प्रश्नपत्र बेचकर उम्मीदवारों को लुभा रहे थे.
पढ़ने के लिए प्रश्नपत्र दिए
उन्होंने कुछ उम्मीदवारों से अग्रिम भुगतान एकत्र किया था और कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लिए उम्मीदवारों के एक समूह को रीवा के एक रिसॉर्ट में ले गए थे, जहां उन्हें पढ़ने के लिए प्रश्नपत्र दिए गए थे. इसके अलावा, आरोपियों ने रिसॉर्ट मालिक के बैंक खाते में 5 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे.
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