डीएनए हिंदी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी ही पार्टी जेडीयू के संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ तल्ख टिप्पणी कर चुके हैं. इस बीच उपेंद्र से जेडीयू ने ही इस्तीफा मांग लिया. ऐसे में बिहार की राजनीति में आज का दिन अहम माना जा रहा है. आज उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है और संभावनाएं है कि वे आज जेडीयू छोड़ पार्टी में भी फूट डाल सकते हैं जो कि पीएम उम्मीदवारी की सोच रहे नीतीश कुमार के लिए एक झटका भी हो सकता है.
दरअसल, हाल में नीतीश कुमार के एक बयान पर उपेंद्र कुशवाहा न हिस्सेदारी वाली ट्वीट किया था. उन्होंने कहा था कि ऐसे कैसे पार्टी छोड़ के चले जाए. उन्होंने कहा कि वे भी अपना हिस्सा लेंगे. कुशवाहा के इस बयान के बाद से ह नीतीश और उपेंद्र कुशवाहा का सीधा टकराव सामने आ गया. उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ बिहार जेडीयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी हमला बोल दिया और यह तक कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए.
बढ़ते टकराव के बीच उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा था कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी रणनीति साफ करेंगे. ऐसे में यह माना जा रहा है कि आज वे जेडीयू के अपने सभी पदों से इस्तीफा देते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं. उपेंद्र कुशवाहा लंबे वक्त तक नीतीश कुमार के करीबी रहे हैं लेकिन यह देखा गया है कि जब जब नीतीश कमजोर हुए हैं तो सबसे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने ही पाला बदला है.उन्होंने बिहार चुनाव से पहले अपनी समता पार्टी का नीतीश की जेडीयू में विलय किया था.
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा था कि जिसको जहां जाना है, जल्दी चले जाएं. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वह बिना हिस्सा लिए कैसे चले जाएं? सूत्रों के अनुसार आज वह अपना इस्तीफा भी दे सकते हैं. इसके पहले उपेंद्र कुशवाहा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कमजोर होने, जेडीयू के कमजोर होने और नीतीश कुमार द्वारा पार्टी की एक बैठक बुलाकर जेडीयू और आरजेडी के डील के बारे में सफाई देने की मांग की थी.
गौरतलब है कि उपेंद्र कुशवाहा की कुछ बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें सामने आईं थी जिसके बाद नीतीश कुमार कुशवाहा से खफा हो गए थे और वहां से शुरू हुआ टकराव अब पार्टी छोड़ने तक पहुंच गया है. उपेंद्र कुशवाहा के जरिए बीजेपी नए अवसरों की तलाश कर सकती है क्योंकि कुशवाहा इस समय जेडीयू के संसदीय दल के अध्यक्ष भी हैं. ऐसे में यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कुशवाहा जेडीयू में फूट डालने का काम भी कर सकते हैं.
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