Upendra Kushwaha ने नीतीश कुमार पर संस्कृत में कसा तंज, बताया 'त्वदीयं वस्तु तुभ्यमेव समर्पये' का अर्थ

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Feb 24, 2023, 08:51 PM IST

Upendra Kushwaha

उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू छोड़ने के बाद बीजेपी ने उनके साहस के लिए उनकी प्रशंसा की है. कुशवाहा 27 फरवरी को एक राज्यव्यापी दौरे की शुरुआत करेंगे.

डीएनए हिंदी: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) छोड़ने और एक नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल (आरएलजेडी) बनाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को बिहार विधान परिषद (MLC) की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया. कुशवाहा ने बिहार विधानमंडल का पांच सप्ताह चलने वाला बजट सत्र शुरू होने से कुछ दिन पहले विधान परिषद् के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को अपना इस्तीफा सौंप दिया.इस्तीफा देने के बाद कुशवाहा ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया

उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया, ‘मुख्यमंत्री जी, "त्वदीयं वस्तु तुभ्यमेव समर्पये इसका मतलब है तुम्हारी दी गई चीज तुम्हें ही समर्पित कर रहा हूं." उन्होंने लिखा है, ‘‘आज मैंने विधान परिषद् की सदस्यता से इस्तीफा सौंप दिया. मन अब हल्का है. चक्रव्यूह से बाहर आ जाने की सुखद अनुभूति हो रही है. याचना का परित्याग कर रण के रास्ते पर निकल पड़ा हूं’ 

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कुशवाहा के जेडीयू छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उनके ‘‘साहस’’ के लिए उनकी प्रशंसा की है. कुशवाहा 2021 में अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का विलय करके जद (यू) में लौट आए थे और उन्हें पार्टी के संसदीय बोर्ड का प्रमुख बनाया गया था. जल्द ही वह विधान परिषद के लिए मनोनीत कर दिए गए थे. कुशवाहा के इस्तीफे के फैसले की रविशंकर प्रसाद और संजय जायसवाल जैसे भाजपा के नेताओं ने प्रशंसा की है, जिनका मानना है कि परिषद् का मनोनीत सदस्य होने के नाते जेडीयू छोड़ने के बाद भी उन्हें अयोग्यता का सामना नहीं करना पड़ सकता था.

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नीतीश पर लगाए गंभीर आरोप
कुशवाहा नरेंद्र मोदी नीत सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे थे और 2019 के लोकसभा चुनावों से कुछ महीने पहले RJD छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए थे. कुशवाहा का मानना ​​है कि नीतीश कुमार ने वर्तमान सहयोगी राजद के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है, जो राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को अगला मुख्यमंत्री बनाना चाहता है. कुशवाहा 27 फरवरी को एक राज्यव्यापी दौरे की शुरुआत करेंगे, जिसे वह ‘‘लव-कुश’’ (कुर्मी और कोइरी) और अत्यंत पिछड़े वर्गों की आकांक्षाओं की रक्षा के प्रयास का हिस्सा बताते हैं. उनका आरोप है कि ये समुदाय ‘‘भाई-भतीजावादी’’ राजद के निशाने पर है. (इनपुट- भाषा)

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