UPPSC RO-ARO Exam: 'वन डे वन शिफ्ट' की मांग को लेकर हंगामा, यूपीपीएसएसी के खिलाफ सड़कों पर उतरे छात्र

Written By रईश खान | Updated: Nov 11, 2024, 04:31 PM IST

UPPSC Candidates Protest

UPPSC Candidates Protest: यूपीपीएससी ने पीसीएस प्री परीक्षा 7-8 दिसंबर और समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी की प्री परीक्षा 22-23 दिसंबर को कराने की घोषणा की है.

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (RO-ARO) की परीक्षा दो शिफ्ट में कराए जाने को लेकर छात्र नाराज हैं. अभ्यर्थी सोमवार को प्रयागराज में UPPSC के गेट पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे. छात्र बैरिकेडिंग तोड़कर यूपी सेवा आयोग के अंदर घुस गए. जिसके बाद पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए उन्हें खदेड़ दिया.

यूपी लोक सेवा आयोग ने इस साल जनवरी में सिविल सर्विसेज के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था. जिसकी परीक्षा मार्च महीने में निर्धारित की गई थी. इसमें समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी भी परीक्षा होनी थी. RO-ARO की 1 फरवरी, 2024 परीक्षा ले गई, लेकिन पेपर लीक होने की वजह से इसको रद्द करना पड़ा. जिसके बाद आयोग ने दोनों परीक्षाओं को अक्टूबर माह में प्रस्तावित कर दिया था.

लेकिन आयोग ने इसे अक्टूबर में नहीं कराया. अब पीसीएस प्री की परीक्षा 7-8 दिसंबर और समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी की प्री परीक्षा 22-23 दिसंबर को कराने की घोषणा की गई है. इसके साथ यह भी नोटिफिकेशन जारी किया गया कि आरओ एआरओ का पेपर दो शिफ्ट में कराया जाएगा. इसको लेकर छात्रों ने में नाराजगी है. अभ्यर्थियों का कहना है कि दो शिफ्ट में पेपर कराने से नॉर्मलाइजेशन होगा, जिसका खामियाजा अच्छे छात्रों को भुगतना पड़ेगा. 

छात्रों का क्या है मांग?
उनका मानना है कि दो शिफ्ट में परीक्षा होने से एक शिफ्ट में सरल प्रश्न और दूसरी में कठिन प्रश्न पूछे जाएंगे. जिसके कारण आयोग नॉर्मलाइजेशन करने का काम करेगा. इससे अच्छे छात्रों की छटने की संभावना होगी और भ्रष्ट लोग मिलीभगत से पास कर दिए जाएंगे. छात्रों की मांग है कि पेपर एक ही तारीख और एक ही शिफ्ट में कराया जाए.


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अखिलेश ने सरकार को घेरा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने X पर एक पोस्ट में योगी सरकार को युवा विरोधी करार देते हुए छात्रों पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया और इसकी निंदा की. उन्होंने दावा किया, 'लोक सेवा आयोग में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों ने मांग बुलंद की तो भ्रष्ट भाजपा सरकार हिंसक हो उठी. हम फिर दोहराते हैं: नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं.'

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